श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में इन दो युवा खिलाड़ियों को मौका क्यों नहीं दिया गया ? दिलीप वेंगसरकार प्रश्न ।

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श्रीलंका भारत के टूर पर आ रही है और यहां वे भारत के खिलाफ तीन टी-20 मैच और दो टेस्ट मैच खेलने वाले हैं। पहले खेली जाने वाली टी20 श्रृंखला आने वाली फरवरी 24, 26 और 27 तारीख को लखनऊ और धर्मशाला में खेलने वाले हैं। उसके बाद दो टेस्ट मैच की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की टेस्ट श्रृंखला मोहाली और बंगलुरु में मार्च 4 और 12 तारीख को होने वाली हैं।

इस श्रृंखला में भाग लेने वाले भारतीय टीम की आधिकारिक तौर पर बीसीसीआई ने कल घोषणा की है। इस घोषणा में उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में रोहित शर्मा को नियुक्त किया है। पिछले दिसंबर महीने उन्हें भारतीय टीम के सफेद गेंद के क्रिकेट टीम का कप्तान घोषित किया गया था। उसके बाद अब उन्हें टेस्ट टीम का भी कप्तान घोषित किया है। इसके कारण श्रीलंका के खिलाफ की श्रृंखला से वे भारतीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों के कप्तान रहेंगे ।

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भारतीय टेस्ट टीम के उप कप्तान के रूप में जसप्रीत बुमराह को नियुक्त किया गया है। इस घोषणा के बाद अब रोहित शर्मा का युग शुरू हो गया है जिसके लिए क्रिकेट प्रशंसक बहुत ही उत्सुक है। श्रीलंका के खिलाफ खेलने वाले टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम में पहली बार प्रियंक पंचल ,सौरभ कुमार जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। इसके कारण भारत के वरिष्ठ खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे और पुजारा, जो बहुत ही खराब फॉर्म में हैं इनको टीम से बाहर निकाल दिया गया है।

लेकिन इस श्रृंखला में भारतीय घरेलू क्रिकेट में अद्भुत प्रदर्शन कर रहे ऋतुराज गायकवाड और सरफरोश खान को मौका नहीं दिया गया है। भारत के कई भूतपूर्व खिलाड़ियों ने उम्मीद किया था कि घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे इन दोनों को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में जरूर मौका दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में भारत के भूतपूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने प्रश्न किया है कि क्यों टेस्ट श्रृंखला में इन दो युवा खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया गया है। इसके संबंध में उन्होंने कहा है कि उन्हें लगता है कि टेस्ट टीम के चयन के समय उन्होंने इन दोनों के बारे में नहीं सोचा है।

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कोई भी इन दोनों को टीम में खेलने का मौका मना किए जाने का सही विवरण नहीं दे सकते हैं। सूचित किए गए सूची को देखने से पता चलता है कि इसमें कुछ खिलाडी ऐसे हैं जो जरूर प्रतिभाशाली हैं लेकिन अब भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा है कि बीसीसीआई को ऐसा माहौल बनाना है कि किसी भी खिलाड़ी को भारतीय टीम में खेलने के लिए बहुत कठिन परिश्रम करना पड़े।

आसानी से किसी को भी टीम में जगह नहीं मिलना चाहिए। जैसे कि वेंगसरकार ने कहा है ,मुंबई टीम के लिए खेल रहे सरफरोश खान ने 2019/ 20 के रंजी कप सीजन में सिर्फ चार मैच में 952 रन बनाए हैं और उनका एवरेज 154.66 है ,जोकि अविश्वसनीय है। अभी खेली जा रही रणजी ट्रॉफी में भी वे सौराष्ट्रा टीम के लिए खेल रहे हैं और उन्होंने पहली मैच में 275 रन बनाकर एक बहुत ही जंगली फॉर्म में है ।

इतने अद्भुत फॉर्म के बावजूद उन्हें मौका नहीं दिया गया है। इन्हीं की तरह ऋतुराज पिछले कुछ सालों से भारत में खेली जा रही घरेलू क्रिकेट श्रृंखला रणजी ट्रॉफी ,आईपीएल, विजय हजारे जैसे कई मैच में अद्भुत प्रदर्शन करके अविश्वसनीय रन बना रहे हैं । इसके कारण उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में मौका दिया गया था। लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं दिया गया है ।वे अब भी बेंच में है।

इन दोनों के बारे में भारत के भूतपूर्व चयन समिति के प्रेसिडेंट दिलीप वेंगसरकर ने कहा है कि ऋतुराज और सरफरोश दोनों ही भारतीय टीम के लिए खेलने के लिए लायक हैं। लेकिन उनको चुने बिना उनकी प्रतिभा को बेकार कर रही है चयन समिति।

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