वृद्धिमान साहा से क्या कहा? आलोचकों को शांत किया राहुल द्रविड़ ने।

dravid and wriddhiman saha
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श्रीलंका के खिलाफ स्वदेश में भारत खेलने वाली 3 मैच की टी20 श्रृंखला आने वाले फरवरी 24 ,26 और 27 तारीख को खेली जाएगी । इसके बाद ये 2 टीम 2 मैच की टेस्ट श्रृंखला मार्च 4 और 12 तारीख को मोहाली और बेंगलुरु में खेलने वाले हैं। श्रृंखला के लिए रोहित शर्मा के नेतृत्व में 15 खिलाड़ियों की भारतीय टीम की घोषणा बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर कुछ दिन पहले किया था ।

इस सूची में पिछले काफी समय से खराब प्रदर्शन कर रहे अनुभव शाली खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को भारतीय क्रिकेट के चयन समिति ने टीम से निकाला है। इनके साथ भारत के वरिष्ठ विकेटकीपर रिद्धिमान साहा और तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को भी टीम से निकाला गया है।

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पिछले कुछ सालों से भारतीय टेस्ट टीम में युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत ने अद्भुत प्रदर्शन करके अपने लिए एक स्थाई जगह पकड़ लिया है । इसकी वजह से धोनी के रिटायरमेंट के बाद भारतीय टेस्ट टीम में खेल रहे साहा को पिछले कुछ समय से मौका नहीं दिया गया है। जब कभी उन्हें मौका दिया जाता है तब ये ऋषभ पंत की तरह बढ़िया रन नहीं बना पा रहे हैं। वे 37 साल के हैं और इतनी ज्यादा उम्र के कारण उनके बदले केएस भरत जैसे अगले जनरेशन के खिलाड़ी को मौका देकर उनके विकास को सोच में रखकर भारतीय टीम के प्रशासन ने श्रीलंका के खिलाफ की टेस्ट श्रृंखला में इनको मौका नहीं दिया है।

पिछले कुछ दिन पहले रिद्धिमान साहा ने कहा कि चयन समिति के प्रेसिडेंट चेतन शर्मा ने उनसे कहा कि श्रीलंका के खिलाफ की श्रृंखला में उन्हें जरूर मौका नहीं मिलेगा। चेतन शर्मा ने यह भी कहा की युवा खिलाड़ियों को मौका देने के कारण भविष्य में कभी भी वृद्धिमान साहा को मौका नहीं दिया जाएगा। वैसे ही पिछले नवंबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में खेली गई टेस्ट मैच में जब भारतीय टीम बहुत ही कठिन परिस्थिति का सामना कर रही थी तब रिद्धिमान साहा ने एक अद्भुत अर्धशतक बनाई।

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साहा ने कहा है कि तब बीसीसीआई के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने उनसे कहा कि जब तक वे बीसीसीआई के प्रेसिडेंट रहेंगे तब तक उन्हें टीम में खेलने का मौका मिलेगा। लेकिन चयन समिति के कुछ अध्यक्ष युवा खिलाड़ी को टीम में मौका देना चाहते हैं। इसके कारण टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने उनसे कहा था कि उन्हें अब टीम में रहते हुए रिटायरमेंट के बारे में सोचना चाहिए।

कुछ दिन पहले साहा ने कहा कि राहुल द्रविड़ की इस बात ने उन्हें बहुत कष्ट पहुंचाई । ऐसी स्थिति में भारतीय टीम के हेड कोच राहुल ने खुद आकर सबके सामने सच्चाई लाने के लिए उनके और साहा के बीच हुई बात के बारे में कुछ बातें कहा है । उन्होंने कहा है कि मुझे इस बात से कोई भी कठिनाई महसूस नहीं होती। सच कहा जाए तो भारतीय टीम के लिए साहा द्वारा किए गए योगदान के लिए मैं बहुत गर्व महसूस करता हूं। मैं उन्हें सिर्फ भारतीय टीम में उनकी सच्ची जगह के बारे में क्लेरिटी देना चाहता था ।

ऐसी बातें हर किसी खिलाड़ी के साथ किए जाते हैं । साथ ही मैं कभी यह उम्मीद नहीं करता कि मेरी बातें सब सुने । राहुल द्रविड़ ने इस बात पर जोर दिया है कि उनको टीम से बाहर निकालने का निर्णय वे समाचार पत्रों के जरिए जानने के बगैर वे खुद साहा को टीम में उनकी असली जगह के बारे में बताना चाहते थे । हर बार भारतीय टीम 11 खिलाड़ियों की टीम को चुनने के बारे में मैं हमेशा खुलकर बातें करता हूं ।

वैसे ही मैं टीम से बाहर निकाले गए खिलाड़ियों को उनका मौका उनसे छीने जाने का कारण पूछने का माहौल बनाए रखता हूं। जब कभी किसी भी खिलाड़ी को टीम से बाहर निकाला जाता है तब वे जरूर बहुत दुखी महसूस करते हैं। टीम में साहा को मौका ना मिलने के असली कारण के बारे में राहुल द्रविड़ ने बात की है।

इसके संबंध में उन्होंने कहा है कि ऋषभ पंत भारत के एक अद्भुत विकेटकीपर के रूप में विकास करके आज टीम में उनके लिए एक स्थाई जगह बना कर खेल रहे हैं। साथ ही टीम के दूसरे विकेटकीपर के रूप में केएस भारत को मौका देने के बारे में सब सोच रहे हैं। लेकिन इन चीजों के कारण साहा के प्रति मेरी मर्यादा कभी भी कम नहीं होगी। इसके कारण मैं बहुत उम्मीद कर रहा हूं कि वह सच्चाई को ठीक तरह से समझ सके।

राहुल द्रविड़ ने कहा कि अपनी उम्र को ध्यान में रखकर साहा को ऋषभ पंत और केएस भारत जैसे अगले जनरेशन के खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए। राहुल द्रविड़ ने साफ बताया है कि टीम में खेल रहे खिलाड़ियों का निर्णय चयन समिति ही लेती है और रिद्धिमान साहा से जुड़े निर्णय भी चयन समिति ने ही लिया है। उन्होंने टीम के सच्चाई को उन्हें एहसास दिलाने के लिए उनसे कुछ बातें की। एक अच्छे दोस्त के नजर से सच्चाई को समझाने के लिए ही उन्होंने रिद्धिमान साहा से रिटायरमेंट के बारे में सोचने की बात की है।

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