2022 की आईपीएल श्रृंखला की मेगा नीलामी के लिए क्रिकेट की पूरी दुनिया बहुत उत्सुकता से इंतजार कर रही है क्योंकि इस बार की आईपीएल श्रृंखला में कुल 10 टीम भाग लेने वाले हैं और इसके लिए खिलाड़ियों को चुनने के लिए मेगा नीलामी पिछले 2018 के बाद इस साल ही होने वाली है।

इस मेगा नीलामी में भारतीय विदेशियों को कुल मिलाकर 590 खिलाड़ी भाग लेने वाले हैं जो बेंगलुरु में फरवरी 12 और 13 तारीख को होने वाली है। इस मेगा नीलामी को क्रिकेट प्रशंसक स्टार स्पोर्ट्स चैनल और डिजनी प्लस हॉटस्टार मोबाइल ऐप के जरिए देख सकते हैं।

हमेशा आईपीएल की मेगा नीलामी में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को अपने टीम में लेने के लिए बिना किसी सोच के, हर टीम कईं करोड़ रुपए खर्च करने के लिए तैयार होते हैं। अगर वे सर्वश्रेष्ठ स्तर के विदेशी खिलाड़ी हो तो उन्हें तनख्वाह में बहुत ज्यादा पैसे देने की जरूरत पड़ती है।

लेकिन अपनी टीम के मजबूत निर्माण के सोच में कोई भी टीम इतना खर्च करने के लिए हिचकते नहीं है। इसी सिलसिले में पिछले साल साउथ अफ्रीका के स्टार ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस को राजस्थान रॉयल्स टीम ने 16.25 करोड़ के लिए समझौता किया और इसके जरिए वे आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा रकम के लिए नीलाम हुए विदेशी क्रिकेटर बनकर उन्होंने रिकॉर्ड बनाया।

इससे एक कदम आगे जाकर इस साल की श्रृंखला में जुड़ने वाली नई टीम लखनऊ ने भारत के स्टार खिलाड़ी के एल राहुल को 17 करोड रुपए के लिए समझौता किया है। ऐसे ही, इस साल उम्मीद किया जा रहा है कि डेविड वॉर्नर , श्रेयस अयर जैसे खिलाड़ियों को बहुत बड़ी रकम के लिए नीलाम किया जाएगा।

साथ ही अभी वेस्टइंडीज में समाप्त हुई आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में चैंपियन बने भारतीय टीम के खिलाड़ी राज बावा, कप्तान यश धुल जैसे खिलाड़ी इस बार की मेगा नीलामी में कई करोड़ रुपए के लिए नीलाम होंगे।

ऐसी स्थिति में भारत के भूतपूर्व जांभवन क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने दरख्वास्त की है कि इस आईपीएल की मेगा नीलामी में भाग ले रहे अंडर-19 खिलाड़ियों के तनख्वाह को काबू में किया जाए। इसके संबंध में उन्होंने कहा है कि इस हफ्ते आईपीएल की मेगा नीलामी होने वाली है ।

इस नीलामी में हमारे कुछ अंडर-19 के खिलाड़ी कुछ ही क्षणों में करोड़पति बनने वाले हैं । लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जिस खिलाड़ी ने अंडर-19 क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया हो वह इस आईपीएस श्रृंखला में भी अपनी अद्भुत प्रदर्शन देंगे।

कहा जाए तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेले खिलाड़ी भी आईपीएल जैसी श्रृंखला में खराब प्रदर्शन करते हैं। उनका मानना है कि अचानक से बहुत पैसे मिलने पर कुछ खिलाड़ियों का ध्यान क्रिकेट से हटकर पूरी तरह पैसा पर आ जाता है।

इसके कारण उन्होंने आईपीएल के प्रशासन से दरख्वास्त किया है की जिस खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ना खेला हो, उस खिलाड़ी की तनख्वाह को अधिकतर एक करोड़ रुपए पर निर्णय किया जाए।

तभी उन्हें एहसास होगा कि अच्छा पैसा कमाने के लिए कठिन परिश्रम करना है क्योंकि अगर उन्हें आसानी से पैसा मिल जाएगा तो वे अपनी प्रतिभा को पूरी तरह खो बैठेंगे। इसके पहले भी अचानक से करोड़पति हुए कई खिलाड़ी अपनी युवा काल में ही अपनी प्रतिभा को खोकर और अब वे अपनी जिंदगी को खो कर बैठे हैं ।

अतः इन सब को ध्यान में रखकर प्रशासन को युवा खिलाड़ियों की तनख्वाह ऐसे निर्णय करना चाहिए ताकि यह उन्हें भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उत्तेजित करें। प्रोत्साहित करें। साधारणतः कहा जाता है कि जब किसी व्यक्ति को अचानक कईं करोड रुपए मिल जाते हैं तो वे पूरी तरह से आराम करना शुरू कर देते हैं।

अपनी पुरानी जिंदगी को पूरी तरह से भूलकर ऐश और आराम की जिंदगी जी जीना शुरु कर देते हैं। क्रिकेट खिलाड़ी भी सभी मनुष्यों की तरह ही है । उनकी सोच भी वैसे ही होगी ।

उनका कहना है की अंडर-19 खेले खिलाड़ियों की तनख्वाह को काबू में करने पर ही उनके मन में यह बात गुसाईं जा सकती है कि हर साल कठिन परिश्रम करने पर ही वे क्रिकेट की दुनिया में अपने लिए एक खास जगह बना सकते हैं और अच्छा पैसा भी कमा सकते हैं।

इसके जरिए ही उन्हें अच्छे कामों के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। यह उल्लेखनीय है कि आईसीसी अंडर-19 विश्वकप 2020 श्रृंखला में अद्भुत प्रदर्शन किए रवि बिश्नोई को लखनऊ टीम ने 4 करोड़ रुपए के लिए समझौता किया है, जबकि उन्होंने भारतीय टीम के लिए आज तक एक मैच भी नहीं खेली। ऐसी घटनाओं को मन में रखकर ही सुनील गावस्कर ने आईपीएल के प्रशासन से यह दरख्वास्त की है।

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