2010 में धोनी ने मुझसे कहा कि जडेजा भारतीय टीम के अनिवार्य खिलाड़ी बनेंगे – अपनी यादों को शेयर किया विक्रम चंद्रा ने ।

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भारत की टीम के प्रमुख ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भारतीय टीम के लिए पिछले 2009 में पदार्पण किया। अब तक उन्होंने कुल 58 टेस्ट मैच ,168 एकदिवसीय मैच और 58 T20 मैच में भारत के लिए खेला है। वे लेफ्ट हैंड स्पिनर है और न सिर्फ गेंदबाजी बल्कि बल्लेबाजी में भी वे कमाल करते हैं।

ये विश्व की बेहतरीन फील्डरों में से एक माने जा रहे हैं, जिसके कारण पिछले कुछ सालों से यह भारत के एक प्रमुख स्तंभ के रूप में उभर रहे हैं। स्पष्टतः पिछले 4 सालों से उनकी बल्लेबाजी का स्तर बहुत ही ऊंचा हो गया है। इसके कारण ये क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम के प्रमुख अंग बन गए हैं । धोनी के क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद अब उनकी जगह में जडेजा ही भारतीय टीम के लिए एक अच्छी फिनिशर का किरदार निभा रहे हैं ।

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श्रीलंका के खिलाफ कुछ दिन पहले समाप्त हुई पहली टेस्ट मैच में भी इन्होंने गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में ही कमाल कर दिया। खेल के अंत तक उन्होंने अपने विकेट नहीं गंवाई और उन्होंने 175 रन बनाए और गेंदबाजी के जरिए भी इन्होंने 9 विकेट लिए। उनके इस प्रदर्शन के बाद अब उन्हें चारों तरफ से सब प्रशंसा कर रहे हैं ।ऐसी स्थिति में अब विक्रम चंद्र जो कि एक क्रिकेट एक्सपर्ट हैं, उन्होंने 2010 में धोनी के द्वारा उनको दिए साक्षात्कार को याद करके उस समय धोनी द्वारा कही गई बातों को शेयर किया है।

उनके ट्विटर पेज में उन्होंने कहा है कि 2010 में मैंने धोनी का साक्षात्कार किया । उस समय जडेजा लगातार हर मैच में खराब प्रदर्शन कर रहे थे जिसके कारण सब उनके खिलाफ आवाज उठा रहे थे। सब का कहना था कि उनको भारतीय टीम में मौका देने का निर्णय गलत है। लेकिन धोनी ने जडेजा का पूरा सहयोग दिया।

वे लगातार जडेजा को मौका देते रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि अब हमें जडेजा के विषय में सिर्फ एक काम करना है । वह है सब्र रखना । एक दिन जरूर वे एक ऐसे ऑलराउंडर बनेंगे जिसकी भारत की सख्त जरूरत होगी। धोनी के इस दूरदर्शिता की नेटीजंस बहुत ही प्रशंसा कर रहे हैं। यह जरूर एक अच्छे कप्तान का लक्षण है जो अपने खिलाड़ियों की काबिलियत को पहचान कर उनको सही बढ़ावा दे।

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