प्लान करके उनके टेस्ट करियर को खत्म किया गया है । यह बीसीसीआई की राजनीति है – सैयद किरमानी।

syed kirmani
- Advertisement -

वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जा रही 3 मैच की एकदिवसीय श्रृंखला बहुत जल्द ही समाप्त हो जाएगी। उसके बाद ये 2 टीम 3 मैच की टी20 श्रृंखला में एक दूसरे से मुकाबला करने वाले हैं। यह श्रृंखला फरवरी 16,18 और 20 तारीख को कोलकाता के ईडन गार्डन मैदान में खेली जाएगी ।फरवरी 20 तारीख को अपनी भारतीय टूर को समाप्त करके वेस्टइंडीज टीम स्वदेश वापस चली जाएगी । इसके बाद श्रीलंका भारत के टूर पर आएगी और उनके खिलाफ भारतीय टीम दो टेस्ट मैच और तीन टी-20 मैच की श्रृंखला खेलने वाली है ।

इस श्रृंखला में भाग लेने वाली भारतीय टीम के खिलाड़ियों की सूची बहुत जल्द ही घोषित की जाएगी । क्रिकेट प्रशंसक उम्मीद कर रहे हैं कि जब श्रीलंका के खिलाफ की टेस्ट टीम की घोषणा की जाएगी तब उस टीम के कप्तान के बारे में भी नई घोषणा की जाएगी क्योंकि पिछले 2014 से भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी कर रहे विराट कोहली ने अचानक पिछले महीने उस पद से इस्तीफा दे दिया था।

- Advertisement -

अब मौजूद परिस्थिति के मुताबिक आ रही खबरों के अनुसार अब सफेद गेंद की भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा को ही टेस्ट टीम का कप्तान घोषित किया जाने वाला है। साथ ही अब खबरें आ रहे हैं कि इस श्रीलंका के खिलाफ की टेस्ट श्रृंखला में पिछले कुछ समय से खराब प्रदर्शन कर रहे कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया है। इन खबरों से हमें पता चल रहा है कि पिछले कुछ सालों से टेस्ट मैच में शतक बनाने के लिए संघर्ष कर रहे अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा को इस श्रृंखला में मौका मिलना बहुत ही मुश्किल है।

साथ ही युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए इस श्रृंखला में वृद्धमान साहा और इशांत शर्मा को भी मौका नहीं दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि इस खबर को जानने के बाद ही इशांत शर्मा और साहा ने रणजी ट्रॉफी खेलने से मना कर दिया है।

- Advertisement -

अब मौजूद परिस्थिति पर टिप्पणी करते हुए भारत के भूतपूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी ने कहा है कि बीसीसीआई में मौजूद राजनीति के कारण ही वृद्धमण को टेस्ट मैच में मौका नहीं दिया गया है। इसके संबंध में उन्होंने कहा है कि उन्हें थोडा भी संदेह नहीं है कि साहा एक सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर है। लेकिन ऋषभ पंत के धमाकेदार खेल के कारण उन्हें ज्यादा मौके दिए जा रहे हैं।

उन्होंने साहा को तसल्ली दी है कि 37 आयु के होने के बावजूद वे एक अच्छे विकेटकीपर है और उन्हें इन छोटी बातों के लिए मन नहीं हारना चाहिए। उन्होंने अपनी बात जारी रखी और कहा कि दिनेश कार्तिक और पार्थिव पटेल को भी इसी तरह टीम से बाहर कर दिया गया था। उनके साथ हुए बर्ताव ही अब साहा के साथ भी हो रहा है ।

ऐसे बर्ताव लगातार होने के कारण किरमानी बहुत ही दुखी है । उन्होंने साहा से कहा है कि आपको किसी भी चीज के लिए बुरा नहीं मानना चाहिए। जब कभी आपको मौका मिला था, तब आपने उसका सही इस्तेमाल किया और आपने अपनी जी जान से टीम की जीत के लिए संघर्ष किया। लेकिन आप किसी भी एक ग्रुप में नहीं है।

यही कारण है कि आपको इस टेस्ट मैच में मौका नहीं दिया गया है । आपको इस राजनीति ने ही गिराया है। लेकिन मेरा ख्याल है कि जब कभी मैं आपको याद करूंगा तब आप मुझे भारत के एक सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर के रूप में ही दिखेंगे। पिछले 2010 में भारतीय टेस्ट टीम में वृद्धमान साहा को पहली बार मौका मिला और आज तक उन्होंने 40 मैच खेले हैं । उनको जब टीम में मौका दिया गया था तब टीम में एमएस धोनी अद्भुत प्रदर्शन कर रहे थे । इसके कारण उन्हें टीम में खेलने के लिए ज्यादा मौका नहीं मिला। लेकिन धोनी के रिटायरमेंट की घोषणा के बाद इनको थोड़ा मौका दिया गया था। लेकिन विदेशों में इन्होंने खराब प्रदर्शन किया, जिसके कारण पार्थिव पटेल को मौका मिला।

लेकिन अभी भी क्रिकेट प्रशंसकों का कहना है कि ऋषभ पंत की तुलना में साहा एक अच्छे विकेटकीपर है । इस साक्षात्कार के जरिए किरमानी ने साफ किया है कि बीसीसीआई में सभी अलग-अलग ग्रुप में बैठकर काम कर रहे हैं और इस किसी भी ग्रुप में ना होने के कारण साहा को किसी ने भी सहयोग नहीं दिया और इसी के कारण उन्हें टीम से अब बाहर होना पड़ा।

- Advertisement -