भारत और श्रीलंका के बीच 3 मैच की टी 20 श्रृंखला अब भारत में जारी है। इस श्रृंखला की पहली मैच में भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन ओपनर के रूप में खेलने आए और उन्होंने 59 बॉल में 10 बाउंड्री और तीन छक्कों के साथ 89 रन बनाए जिसके कारण उन्हें मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया था।
कुछ दिन पहले खेले गए वेस्टइंडीज के खिलाफ की श्रृंखला में उन्होंने 3 मैच को मिलाकर कुल 71 रन बनाए जिसके कारण उन पर दबाव बढ़ गया। ऐसी स्थिति में उन्होंने अब श्रीलंका के खिलाफ बढ़िया प्रदर्शन करके सबको अपनी काबिलियत साबित की है। इसके बावजूद आने वाले मैच में लगातार उन्हें अच्छा प्रदर्शन करना होगा। यही उनसे सब की उम्मीद है।
प्राकृतिक रूप से ही ईशान किशन बहुत ही धमाकेदार बल्लेबाज हैं और आईपीएल की नीलामी में भी उन्हें बहुत बड़ी रकम के लिए नीलाम किया गया है। इसके कारण उनसे उम्मीदें बढ़ गई हैं । लेकिन उनसे बढ़ती उम्मीद ही उन पर दबाव के रूप में बदल रहा है। इन सब के उम्मीदों के बीच भारत के भूतपूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने ईशान किशन के बल्लेबाजी के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण विषय कही है।
उन्होंने कहा है कि श्रीलंका के खिलाफ के पहले मैच में इशांत किशन की बल्लेबाज़ी जरूर ही सराहनीय है। लेकिन इतनी जल्दी सबको उनकी इतनी प्रशंसा नहीं करनी चाहिए क्योंकि वेस्टइंडीज के खिलाफ के मैच में गेंद में ज्यादा बाउंस था और गेंद की रफ्तार भी बहुत ज्यादा थी। इसके कारण वे उनके खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। लेकिन श्रीलंका के खिलाफ के मैच में गेंद में ज्यादा बाउंस नहीं थी जिसके कारण वे अच्छा प्रदर्शन कर पाए।
इन्हें ऐसी ही बढ़िया इनिंग्स खेलनी चाहिए। पहले मैच में उनकी पुल शॉट और ड्राइविंग शॉट बहुत ही बढ़िया थी। उन्हें इस अच्छे फॉर्म को बरकरार रखना चाहिए और ऐसे ही टीम की जीत में अच्छा योगदान देना चाहिए। अगर उन्हें टीम में लगातार खेलना है तो उन्हें लगातार अच्छे रन बनाने होंगे। इसके कारण आने वाले अगले दो मैचों में उनके प्रदर्शन को ध्यान से देखना होगा ।
सुनील गावस्कर ने अपनी बात जारी रखी और कहा कि अगर वे लगातार ज्यादा रन बनाने की क्षमता रखेंगे तो जरूर उनके जरिए भारतीय टीम को तीन प्रकार के लाभ होंगे। वे एक विकेट कीपर है और वे एक लेफ्ट हैंड बल्लेबाज हैं। साथ ही ये ओपनिंग में खेलने की क्षमता रखते हैं और वे पांचवें और छठे स्थान में भी खेल सकते हैं । इन तीनों विषयों के कारण भारतीय टीम को कई बार इनके वजह से लाभ हो सकता है। अगर वे लगातार ऐसा अच्छा प्रदर्शन करते रहे तो जरूर उन्हें कोई भी टीम से बाहर नहीं कर पाएंगे। लेकिन इन्होंने अभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू किया है । अतः इतनी जल्दी उनकी इतनी प्रशंसा करना ठीक नहीं होगा।