पिछले कुछ सालों में जितने भी आईसीसी टूर्नामेंट हुए हैं उन सभी में ही भारतीय टीम को एक प्रबल दावेदार माना गया है। हालाँकि, भारत ने धोनी की कप्तानी में 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में मिली जीत के बाद से ही कोई भी आईसीसी खिताब नहीं जीता है।
इस साल भारत में आयोजित किए जाने वाले आईसीसी वनडे विश्व कप को लेकर सभी को फिर से भारतीय टीम से बहुत उम्मीदें हैं। ऐसे में भारतीय टीम बड़े मंच पर किस वजह से पीछे रह जाती है, इसे लेकर साइमन डूल ने एक बेहद ही दिलचस्प राय दी है।
न्यूजीलैंड के पूर्व तेज साइमन डूल का मानना है की भारतीय टीम के खिलाड़ी बड़े टूर्नामेंट में निडर होकर नहीं खेलते हैं। उनके अनुसार भारतीय टीम के पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं, लेकिन उनके खिलाड़ी अपने आंकड़ों को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं, की अगर वह प्रदर्शन करने में विफल हो गए तो उनका क्या होगा।
साइमन डूल ने कहा, “भारत की सबसे बड़ी समस्या उनका निडर होकर क्रिकेट ना खेलना है। भारतीय खिलाड़ी आंकड़ों पर आधारित क्रिकेट खेलते हैं और अकसर ही अपने आंकड़ों को लेकर बेहद चिंतित रहते हैं। यही एक ऐसा पक्ष है जहाँ उनकी बल्लेबाजी में कमी है।”
“भारतीय टीम के पास बहुत सारे प्रतिभावान खिलाड़ी मौजूद हैं। उनके पास दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से कुछ मौजूद हैं। लेकिन जब बात बड़े टूर्नामेंट में निडर होकर खेलने की आती है तब भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने सभी को बेहद ही निराश किया है।”
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उन्होंने आगे कहा, “भारतीय खिलाड़ी मैदान में जाकर जोखिम नहीं उठाना चाहते क्योंकि उनके मन में हमेशा ही इस बता की चिंता लगी रहती है की उनके बारे में क्या कहा जायेगा या मीडिया में उनको लेकर क्या छापा जायेगा। या कोई उनके टीम में स्थान को लेकर उनपर सवाल ना खड़ा कर दे, यही एक ऐसा क्षेत्र है जो भारतीय टीम की कमी है।”