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उन्होंने क्रिकेट में मेरी शुरुआती काल में मेरा साथ दिया था। उनके बिना आज मैं नहीं- श्रेयस अय्यर।

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भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट कानपुर में 25 तारीख से शुरू हुआ अभी चल रहा है। कप्तान विराट कोहली ने पहले टेस्ट में भाग नही लिया।उनकी जगह लेने के लिए श्रेयस अय्यर को टीम में शामिल किया गया है । उन्होंने पहली इनिंग में 105 रन बनाये जिसमे 13 चौके और दो छक्के लगाकर उन्होंने पदार्पण किया।

वे अपने पहले मैच में शतक बनाने वाले 16वें भारतीय भी बने। उन्होंने अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशंसा जमा करते हुए अपने क्रिकेट करियर के शुरुआती दौर के बारे में बात किया है। मेरा सपना है कि मैं टेस्ट क्रिकेट खेलूं।

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क्योंकि भले ही मैंने एक दिवसीय और टी20 में काफी खेला है, टेस्ट क्रिकेट मेरे पसंदीदा फॉर्म है ।उसे खेलना और पहली मैच में शतक बनाना बड़ी खुशी की बात है।
इससे और क्या उम्मीद की जा सकती है। इसी तरह कानपुर का मैदान मेरे लिए सबसे ज्यादा शुभ है। क्योंकि यहीं मेरा रणजी ट्रॉफी का डेब्यू भी हुआ था।

अपने शुरुआती दिनों में मैं सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में मुंबई की टीम के लिए खेला ।अपने करियर के पहले 4 मैचों में मैंने खराब खेल खेला। मैंने सोचा था कि मुझे टीम से निकाल देंगे। लेकिन मुंबई टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मुझ पर भरोसा किया और मुझे लगातार खेलने का अवसर प्रधान किया।

उल्लेखनीय है कि श्रेयस अय्यर ने कहा है कि उनके समर्थन और प्रोत्साहन ने उन्हें बेहतर खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित कियाऔर आज उन्हे भारतीय टीम के लिए क्रिकेट के सभी प्रारूपों में खेलने के लिए प्रेरित किया है। 2014 में श्रेयस अय्यर ने सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में प्रथम श्रेणी मैच खेली।

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