- Advertisement -

शिखर धवन की सफलता का सफर, गब्बर ने किससे किया प्रेम, किसे बनाया अपना जीवन साथी, कब की सगाई, कब हुई शादी

- Advertisement -

भारतीय क्रिकेट जगत में गब्बर के नाम से मशहूर शिखर धवन ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 2010 में की थी, तब से वो भारतीय टीम के एक प्रमुख अंग है। गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग द्वारा क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद उन्होंने भारतीय टीम की ओपनर की कमान संभाली। उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से क्रिकेट जगत में एक खास मुकाम हासिल किया।

- Advertisement -

शिखर धवन ने ओपनर के तौर पर अपने बेहतरीन खेल के अनोखे अंदाज से खिलाड़ियों के खेलने का अंदाज बदल दिया है इसलिए क्रिकेट की दुनिया में प्रशंसक उन्हें प्यार से गब्बर कहते है। लेकिन गब्बर के जीवन से जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्य है जिसे बहुत कम लोग जानते है। तो आइए आज हम इस लेख के माध्यम से उनके निजी जीवन की सारी अहम पहलू को आपके साथ साझा करते है।

शिखर धवन उर्फ़ गब्बर का जीवन परिचय
भारतीय क्रिकेट टीम के इस प्रमुख खिलाड़ी का जन्म 5 दिसंबर 1985 को दिल्ली में हुआ था। इनके पिता का नाम महेंद्र पाल धवन और माता का नाम सुनैना धवन है। धवन की एक छोटी बहन भी है जिनका नाम श्रेष्ठा धवन है। शिखर धवन को एक बेटा और दो बेटी है। उनकी पत्नी का नाम आएशा मुखर्जी है, लेकिन अब वे एक दूसरे से अलग हो चुके है।

- Advertisement -

गब्बर की प्रेम कहानी
शिखर धवन को एक किकबॉक्सर हसीना से प्यार हुआ था जिससे उन्होंने बाद में शादी कर ली। ये हसीना कोई और नहीं बल्कि उनकी पत्नी आयशा मुखर्जी थी जिससे वो अब अलग हो चुके है। इन दोनों की मुलाक़ात टीम इंडिया के प्रमुख स्पिन गेंदबाज रह चुके हरभजन सिंह ने ही करवाई थी। काफी दिनों तक दोनों एक दूसरे को डेट करने के बाद इन्होंने सगाई की और फिर शादी कर ली। वैसे यह एक रोचक तथ्य है कि शिखर धवन की पत्नी उनसे 12 साल बड़ी है।

धवन अभी कितने बच्चें के पिता है
इन्होंने साल 2012 में आयशा से शादी की थी और 2 साल बाद इनके घर जोरावर नाम का इनके बेटे का जन्म हुआ। इनकी शादी से पहले इनकी पत्नी की 2 बेटिया थी जिनका नाम आलिया और रिया है। अपनी पत्नी की इन दोनों बेटियों को शिखर धवन ने गोद लिया हुआ है।

शिखर धवन ने कितनी तक पढ़ाई की हुई है

टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के मीरा बाग में सेंट मार्क सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल से पूरी की है। इन्होंने अपनी पढ़ाई 12वीं तक ही जारी रखा, इसके बाद क्रिकेट से जुड़ गए। इन्होंने शुरुआत में सॉनेट क्लब में कोच तारक सिन्हा के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लिया। शिखर पहली बार इस क्लब में विकेट-कीपर के रूप में शामिल हुए थे।
- Advertisement -
- Advertisement -
Recent Posts

This website uses cookies.

- Advertisement -