मेरी इस सूची में विराट कोहली के लिए कभी भी जगह नहीं है – संजय मांजरेकर का विवाद ।

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भारतीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों के कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद अब विराट कोहली 2016 की तरह फिर से एक साधारण खिलाड़ी बनकर भारतीय टीम के लिए खेलने वाले है। एकदिवसीय और टी20 क्रिकेट में उनके कप्तानी के बारे में कई चर्चाएं उठी ।लेकिन जहां तक टेस्ट कप्तानी का सवाल है, पूरे विश्व में उनकी कप्तानी की प्रशंसा की।

क्योंकि जब वे टेस्ट टीम के कप्तान बने ,तब आईसीसी के रैंकिंग में भारत का स्थान सातवां था ।2016 से 2021 तक लगातार पांच साल उन्हीं के नेतृत्व में भारतीय टेस्ट टीम नंबर वन रही ।ऑस्ट्रेलिया में पहली बार उनके नेतृत्व में एक टेस्ट श्रृंखला को जीतकर भारतीय टीम ने इतिहास रचा। इंग्लैंड जैसे विदेशों में भी कई ऐतिहासिक जीत हासिल की। कुल 68 टेस्ट खेलों के नेतृत्व करके विराट कोहली ने भारत को 40 जीत हासिल की है, जिसके जरिए वे भारत के सबसे सफलता पूर्ण टेस्ट कप्तान बने हैं ।

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सफेद गेंद की विश्वकप की, तरह 2021 में इंग्लैंड में पहली बार आईसीसी की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खेली गई, जिसमें फाइनल्स में विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी ।उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने एक विश्वकप भी नहीं जीती ,लेकिन उसके लिए उनके कप्तानी को बुरा बोलना ठीक नहीं रहेगा। ऐसी स्थिति में भारत के भूतपूर्व खिलाड़ी और टीकाकार, संजय मांजरेकर ने कहा है कि उनके ख्याल से एक आईसीसी विश्वकप को भी ना जीते विराट कोहली कभी भी एक श्रेष्ठ कप्तान नहीं बन सकते।

एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा है कि बिना किसी सोच के मैं कह सकता हूं कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में एम एस धोनी ही सबसे श्रेष्ठ कप्तान है। मैं हमेशा अंतर्राष्ट्रीय खेलों और आईसीसी श्रृंखलाओं के आधार पर ही कप्तानों का तुलना करता हूं। क्योंकि उसी परीक्षा में आप अपने आप को सही तरह से जज कर सकते हैं ।दो टीम के बीच के खेलों में खेलने का मतलब होगा कि आप ऑफिस जाकर अपने काम करने के बाद, ठीक सीधे घर वापस आ रहे हो ।उसने कभी भी इतना दबाव नहीं होता।

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लेकिन आईसीसी श्रृंखला में दबाव ज्यादा होती है। इसके कारण ही मैं आंख मूंद कर कह सकता हूं कि भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तान है एम एस धोनी ।मेरे ख्याल से जो कप्तान आईसीसी ट्रॉफी जीत पाता है वही एक सच्ची कप्तान है। इसलिए मैं कह रहा हूं कि अगर इतिहास के सर्वश्रेष्ठ कप्तान की सूची में धोनी का नाम ना हो ,तो बिल्कुल उनके लिए अन्याय होगा ।

कपिल देव ने बड़ी बड़ी टीमों का सामना करके भारत को श्रेष्ठ जीत दिलाई ।वैसे ही गैंबलिंग में फंसी भारतीय टीम को उससे बाहर लाने के लिए गांगुली ने विदेशों में कई जीत हासिल की ।सुनील गावस्कर भी उन्हीं की तरह है ।भारतीय क्रिकेट ऐसी खेल नहीं है ,जो सिर्फ पिछले 10 सालों से खेली जा रही हो ।इसके कारण मैं इन सब को विराट कोहली से ज्यादा काबिल कप्तान समझता हूं।

फिर भी मैं कहना चाहता हूं कि विराट कोहली अपने स्टाइल से एक अच्छे कप्तान है ।यह कहकर संजय मांजरेकर ने अब भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तान की सूची में विराट कोहली को जगह ना देकर ,एक नई विवाद खड़ा किया है ।

उन्होंने एक विश्वकप भी नहीं जीती होगी ,लेकिन परिस्थिति कितनी भी खराब क्यों ना हो वे आसानी से हार नहीं मानते और पूरे आक्रमक जोश के साथ अन्य कप्तानों से अलग होकर वे हमेशा भारतीय टीम के जीत के लिए संघर्ष करते हैं। इस गुण को उन्ही ने भारतीय टीम को सिखाया है। इसके बारे में संजय मांजरेकर ने कहा है कि विराट कोहली के पास कुछ अच्छे गुण भी है । स्पष्टतः वे टीम का नेतृत्व ,टीम के आगे खड़े होकर करते हैं ।

2018 के साउथ अफ्रीका के खिलाफ की टेस्ट श्रृंखला में पहले 2 खेलों में भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी। श्रृंखला में पीछे रहकर भी तीसरे खेल, जो जोहानसबर्ग में खेली गई थी, वह खेल उनके कप्तानी का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। वे हमेशा किसी भी चीज को नामुमकिन नहीं समझते हैं । उन्ही ने भारतीय टीम में यह गुण लाया की इसी सोच के साथ हर मैच का सामना करना चाहिए।

विराट कोहली की कप्तानी में 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी ,2019 के विश्व कप और 2021 की टेस्ट चैंपियनशिप जैसे आईसीसी श्रृंखलाओं में नॉकआउट राउंड तक जाकर भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी और 2021 के टी-20 विश्वकप में प्ले ऑफ में ही भारत को हार झेलनी पड़ी।

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