इस साल भारत में आयोजित किया जाने वाला विश्व कप अब बेहद ही पास है, इसे शुरू होने में लगभग एक महीना ही शेष है। ऐसे में सभी क्रिकेट विशेषज्ञ और पूर्व खिलाड़ी अपनी अपनी राय और विचार बता रहे हैं। इसी तर्ज पर कुछ दिनों पहले भारत के कोच रह चुके रवि शास्त्री ने एक अनोखी सलाह दी थी।
रवि शास्त्री का मानना है की भारतीय टीम को शीर्ष क्रम में बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाज का संयोजन बनाने के लिए विराट कोहली को नंबर 3 के स्थान से हटाकर नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने के लिए कहना चाहिए। शास्त्री ने बताया की उन्होंने इस बात पर 2019 विश्व कप के दौरान भी विचार किया था, और उस समय मुख्य चयनकर्ता के रूप में काम कर रहे एमएसके प्रसाद से भी इस बारे में लंबी चर्चा की थी।
हालाँकि, वह 2019 विश्व कप यह नहीं कर सके, पर उन्होंने फिर से इस बात की चर्चा की है जब भारत अपने एशिया कप और विश्व कप की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है। यह बात सभी को ही पता है की भारतीय टीम इस समय नंबर 4 की बल्लेबाजी की समस्या से झूझ रही है। यहाँ तक की भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने भी यह माना की युवराज सिंह के जाने के बाद से भारत के पास कोई ठोस नंबर चार का बल्लेबाज नहीं रहा है।
ऐसे में रवि शास्त्री ने विराट कोहली को नंबर 4 पर बल्लेबाजी का सुझाव दिया है। हालाँकि इस विचार का विरोध करते हुए भारत के क्रिकेट विशेषज्ञों ने शास्त्री को 2007 विश्व कप में हुई सचिन तेंदुलकर की कहानी याद दिला दी। भारतीय टीम ने 2007 विश्व कप में अपना सबसे ख़राब प्रदर्शन किया था, और टीम ग्रुप स्टेज में ही श्रीलंका और बांग्लादेश से हार कर बाहर हो गयी थी। भारत के उस ख़राब प्रदर्शन के पीछे भी टीम प्रबंधन का एक विचित्र निर्णय था।
भारतीय टीम प्रबंधन ने उस विश्व कप में सचिन और गांगुली की सुपरहिट जोड़ी को तोड़कर, सचिन को नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने को कहा। नतीजा यह हुआ की टूर्नामेंट से पहले शानदार फॉर्म में चल रहे सचिन ने दो पारियों में 7 रन और शून्य का स्कोर किया और भारत ग्रुप चरण में ही श्रृंखला से बाहर हो गया।
ऐसे में जब स्टार स्पोर्ट्स पर इस बात की चर्चा हुई की क्या विराट कोहली को नंबर 4 पर भेजा जाना चाहिए, मांजरेकर ने कहा, “ऐसा लग रहा है की ईशान किशन को मौका देने के लिए और उनके जैसे विकल्प की तलाश के लिए विराट कोहली को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। सभी यह समझने लगे हैं की विराट कोहली को नंबर 4 पर बल्लेबाजी कराने से आपकी सभी समस्याएं सुलझ जाएंगी, पर ऐसा नहीं है।”
मांजरेकर ने सचिन के साथ हुई 16 साल पहले की घटना की याद दिलाते हुए कहा, “2007 विश्व कप में भी जब कप्तान राहुल द्रविड़ और कोच ग्रेग चैपल के टीम प्रबंधन ने तेंदुलकर को ओपनिंग की जगह नंबर 4 पर भेजा था, तब यह बड़ा विवाद बना था और भारत के प्रदर्शन पर बहुत भारी पड़ा था। इसलिए यह आपको कोहली से पूछना चाहिए की क्या वह नंबर 4 पर बल्लेबाजी करना चाहते हैं या नहीं। आपके सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज को उसके पारंपरिक स्थान पर बल्लेबाजी करनी चाहिए, जहाँ उसने इतनी साड़ी सफलताएं प्राप्त की हैं।”