बाकी सभी देशों की तरह भारत भी अपने विश्व कप की तैयारी को अंतिम पड़ाव देने में जुटा हुआ है। हालाँकि, भारत के हालिये फॉर्म ने सभी को थोड़ी चिंताओं में डाल दिया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ साधारण से प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम की रणनीतियों और खिलाड़ियों पर कई सवाल उठ रहें हैं। एक तरफ जहाँ भारत क क्रिकेट प्रेमी इस से निराश नजर आये तो वहीं बीसीसीआई के लिए यह एक चिंता का सबब बना हुआ है।
आपको बता दें की भारत ने अपनी आखिरी आईसीसी ट्रॉफी 2013 में जीती थी, जब कप्तानी का जिम्मा भारत के सबसे सफल कप्ताइं माने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में था। ऐसे में जब इस साल का विश्व कप भारत की सरजमीं पर है तो सभी को भारतीय टीम से उम्मीदें बढ़ गयी हैं। हालाँकि, वर्ल्ड कप तक के सफर में अभी कुछ समय शेष है, भारत को उस से पहले एशिया कप की चुनौती पार करनी है।
भारत के वेस्टइंडीज दौरे के प्रदर्शन पर एक नजर डालें तो भारतीय बल्लेबाजी के मध्य कर्म में कमी नजर आती है। भारतीय टीम के साथ यह समस्या बड़े ही लंबे समय से रही है। ऐसे में एक अच्छी खबर आयी है की के एल राहुल एशिया कप से पूर्व लगभग पूरी तरह फिट हो चुके हैं और उन्होंने ना सिर्फ बल्लेबाजी बल्कि विकेटकीपर की भूमिका में भी अभ्यास करना शुरू कर दिया है।
राहुल के आने से भारत के मध्य क्रम की एक समस्या का निदान हो जाएगा। हालाँकि नंबर चार की समस्या अभी भी बनी हुई है। एक और रिपोर्ट के मुताबिक श्रेयस अय्यर जिन्होंने अब तक नंबर चार पर सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है, अभी पूरी तरह फिट तो नहीं हुए हैं परंतु उनकी स्थिति में तेजी से सुधार नजर आ रहा है। ऐसे में अगर विश्व कप से पहले वह फिट हो जाते हैं तो भारत उन्हें भी वापस टीम में शामिल कर सकता है।