इनको क्यों टीम में मौका दिया गया है? टी-20 में मौका देना भी गलत ही है । मदनलाल ओपन टॉक।

madhan lal
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आने वाले फरवरी महीने में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टीम भारत में 3 मैच की एकदिवसीय श्रृंखला और तीन मैच की टी 20 श्रृंखला खेलने वाली है। इस श्रृंखला में रोहित शर्मा के नेतृत्व में खेलने वाली 18 खिलाड़ियों की सूची कुछ दिन पहले ही घोषित की गई है। इस सूची में टीम में वापसी कर रहे हैं अक्सर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर। वरिष्ठ खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को आराम दिया गया है।

इस श्रृंखला में पिछले कुछ सालों से आईपीएल में धूम मचा रहे रवि बिश्नोई, दीपक हुडा जैसे खिलाड़ियों को पहली बार मौका दिया गया है। कुछ हफ्ते पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर दिया गया है। सब ने उम्मीद की थी कि वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जाने वाली इस श्रृंखला में अनुभव शाली तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को पूरी तरह से बाहर कर दिया जाएगा क्योंकि साउथ अफ्रीका के खिलाफ की एकदिवसीय श्रृंखला में भुवनेश्वर कुमार ने 1 विकेट भी नहीं ली और उन्हें बहुत ज्यादा रन दे दिए थे।

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इसके कारण उन्हें एकदिवसीय टीम से बाहर करके सिर्फ T20 खेलों में मौका दिया गया है। फिर भी उनके अनुभव को ध्यान में रखते हुए और भारतीय क्रिकेट में उनकी भागीदारी को ध्यान में रखते हुए आखिरी बार उन्हें यह मौका दिया गया है। अगर इस मौके को वे सही तरह से इस्तेमाल नहीं करते तो शायद यह उनका भारतीय टीम में आखिरी मैच होगा। ऐसी स्थिति में भारत के भूतपूर्व ऑलराउंडर मदनलाल ने प्रश्न किया है कि भुवनेश्वर कुमार को टी-20 में भी मौका नहीं देना चाहिए था।

इसके बारे में उन्होंने कहा है कि एकदिवसीय टीम से भुवनेश्वर कुमार को बाहर करके चयन समिति ने सही निर्णय लिया है। लेकिन मैं ये सोचकर बहुत आश्चर्य में हूं की उन्हें T20 टीम में कैसे मौका दिया गया । मुझे लगता है कि चयन समिति ने सोचा होगा कि उन्हें एक आखरी मौका देकर उन्हें बताया जाए कि अगर वे अपने आप को इस मौका में साबित कर लेंगे तो आगे जाकर उनको और मौका नहीं दिया जाएगा। नहीं तो उन्हें हमेशा के लिए टीम से बाहर होना पड़ेगा।

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33 साल के भुवनेश्वर कुमार में अब वह स्विंग और स्पीड नहीं रही जो उनके करियर के शुरुआत में उनके पास थी, जिसके कारण उनकी गेंदों का सामना कर रहे बल्लेबाज उनको देखकर डरते थे । उनकी फॉर्म बड़ी ही खराब है। पिछले 6 अंतर्राष्ट्रीय खेलों में उन्होंने सिर्फ 3 विकेट लिए हैं। अगर आप इसके पहले मैच विन्नर ना होते तो आज अनीश खान जैसे युवा खिलाड़ी को टीम में मौका मिलता है। क्योंकि पिछले कुछ समय से वह बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं ।

अनीश खान की फॉर्म बड़ी ही अच्छी है और वे एक बहुत ही प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं। उनकी प्रतिभा को मध्य नजर रखते हुए चयन समिति ने जरूर उनको टीम में मौका दिया होगा। अब भुनेश्वर कुमार की कैरियर उनके हाथों में ही है। अगर इस मौके का सही उपयोग करेंगे तो उन्हें और मौका मिलने की संभावना है ।

उनके बारे में मदनलाल ने यह भी कहा है कि इसके पहले वे भारतीय टीम के लिए एक मैच विनर थे। इसके कारण उनको दिए गए इस आखिरी मौके का वे सही इस्तेमाल करके सबको अपनी प्रतिभा साबित करनी ही है ।नहीं तो भविष्य में जरूर भारतीय टीम में उनके लिए जगह नहीं होगी।

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