बहुत कुछ देख लिया है । लेकिन यह एक हार बहुत ही दर्दनाक है। अपने गम को शेयर किया विराट कोहली ने।

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2022 के आईपीएस श्रृंखला में विराट कोहली , ग्लेन मैक्सवेल और मोहम्मद सिराज, इन तीन स्टार खिलाड़ियों को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के प्रशासन ने रिटेन किया है। इसके बावजूद पिछले साल तक उस टीम की कप्तानी कर रहे विराट कोहली ने उस पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके कारण सबके मन में यह प्रश्न है कि इस साल उस टीम की कप्तानी कौन करेगा।

खबरों के मुताबिक कहा जा रहा है कि बेंगलुरु टीम के प्रशासन ने तय किया है कि आने वाली फरवरी के 12 और 13 तारीख को होने वाली आईपीएल की मेगा नीलामी के जरिए एक अच्छे खिलाड़ी को चुनकर, उसको कप्तान बनाया जाए। स्पष्टतः कप्तानी के अनुभव प्राप्त युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर को मुंह मांगा दाम देकर अपनी टीम में लेकर उन्हें कप्तान बनाने की प्लान कर रहे हैं।

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पिछले 2013 से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान रहे विराट कोहली ने तब से लेकर अब तक उनके आक्रमक स्टाइल से कप्तानी की और उन्होंने अपनी टीम के हर मैच को जितने के लिए जी जान से पूरी प्रयास की। सचिन के बाद भारत की रन मशीन बुलाए जा रहे विराट कोहली ने बेंगलुरु टीम के लिए बल्लेबाजी में भी अद्भुत प्रदर्शन किया और उस टीम के लिए उन्होंने ढेर सारे रन बनाए हैं।

एक कप्तान के रूप में और एक बल्लेबाज के रूप में उनका सर्वश्रेष्ठ सीज़न कहा जाए तो वह आईपीएल की 2016 की सीजन ही होगी। उस श्रृंखला में उस साल विराट कोहली ने बल्लेबाजी में विश्वरूप लेकर धूम मचा दिया क्योंकि उस सीसन के हर मैच में उन्होंने हर गेंद को जो चौका या छक्का मारने की कोशिश की। उस सीजन में उन्होंने कुल 16 मैच में 976 रन बनाए जिसमें 4 शतक और 7 अर्धशतक थे। उनके इस आक्रामक प्रदर्शन के कारण पूरी दुनिया की नजर उन पर पड़ी। इसके कारण उस आईपीएल सीजन में उन्होंने मैन ऑफ द सीरीज जीता और इस साल आईपीएल की ऑरेंज कैप भी जीती। इसके जरिए सचिन के बाद ऑरेंज कैप जीती भारतीय खिलाड़ी के रिकॉर्ड भी उन्होंने बनाया।

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यह 976 रन और 4 शतक के रिकॉर्ड को आज तक आईपीएल के इतिहास में किसी ने भी नहीं तोड़ा है। कुल मिलाकर उस सीजन में कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों में धूम मचाए विराट कोहली के नेतृत्व में बेंगलुरु टीम का सामना फाइनल्स में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ हुआ जिसमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को बड़ी हार झेलनी पड़ी । इसके जरिए उन्होंने पहली बार कप जीतने का मौका खो दिया।

उसके बाद भी पिछले सीजन तक आईपीएल में एक बार भी रॉयल चैलेंज बेंगलुरु चैंपियन नहीं बनी है। इसके कारण विराट कोहली को कठिन आलोचना का सामना करना पड़ा। इससे निराश होकर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया । ऐसी स्थिति में 2016 के आईपीएल श्रृंखला के फाइनल के हार के बारे में विराट कोहली ने अब कुछ खुलासा किया है।

इसके बारे में उन्होंने कहा है कि “वह सीजन बहुत ही धमाकेदार था, जिसे मैं कभी भी नहीं भूल सकता । क्योंकि उस सीजन के हर मैच में तीन से चार खिलाड़ियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। टी20 क्रिकेट में इस तरह सभी खिलाड़ियों का एक साथ अद्भुत प्रदर्शन करना बहुत ही दुर्लभ है। उस समय हम सबको ऐसे लगा कि अगर हम इस सीजन में अच्छी तरह से खेल नहीं पाए तो भी इस सीजन में जरूर हम चैंपियन बनेंगे। हम सबको उस जीत पर बहुत उम्मीद थी। अंत तक उसी भरोसे के साथ हमने जी जान से संघर्ष किया ।”

“लेकिन हर बार ऐसे भरोसे को बनाना और किसी और में इस भरोसे को लाना बहुत ही मुश्किल है । उस सीजन में हम सबको प्राकृतिक रूप से वह उम्मीद आ गई थी कि हम जरूर इस बार चैंपियन बनेंगे। फाइनेंस में हैदराबाद के खिलाफ उस हार ने हम सब को तोड़ दिया। मैं बहुत ही निराश हो गया। हम जीत के बहुत करीब थे। इसके पहले हम जीत के इतने करीब कभी नहीं थे।”

“लेकिन अंत में मैं जरूर यह नहीं कहूंगा कि हम उस दिन बदकिस्मत थे। क्योंकि उस दिन सनराइजर्स हैदराबाद ने अद्भुत प्रदर्शन किया और उनकी क्षमता को आपको मानना ही है। हमें मान लेना चाहिए कि हमारे हार का प्रमुख कारण उस कठिन परिस्थिति में हमने और धीरज नहीं दिखाई होगी या हमारे प्लानिंग में कुछ गड़बड़ होगी। क्रिकेट प्रशंसक हम पर बहुत उम्मीद रखते हैं और वे चाहते हैं कि हम कप जीते । हमें उन्हीं भी संभालना है। प्रशंसकों को छोड़कर आप कहीं नहीं छुप सकते। 2016 में जेली हार का दर्द अभी मुझे है। वह जख्म अभी भी नहीं भरा ।”

“उस फाइनल में बेंगलुरु टीम ने 208 के लक्ष्य के साथ खेलना शुरू किया। उस मैच में हमको बहुत ही जबरदस्त ओपनिंग मिली। विराट कोहली और क्रिस गेल ने पहले 9 ओवर में 100 रन बनाए थे जिसके कारण सब ने तय कर दिया कि जरूर इस बार की चैंपियन बंगलुरु ही होगी। लेकिन उन्होंने अगले 9.3 ओवर में अपने 7 विकेट गंवा दिए और वे सिर्फ 80 रन ही बना पाए। इसके कारण सिर्फ 8 रन के कम फर्क से उन्हें इस बड़ी हार को झेलना पड़ा। मुझे लगता है कि इस हार को पहले ही निश्चित कर दिया गया था क्योंकि उस पूरे सीजन में बेंगलुरु टीम ने बढ़िया प्रदर्शन किया था और फाइनेंस के शुरुआत में भी पहले 9 ओवर में हमने 100 रन बनाए थे बिना विकेट गवाएं।”

“इन सब के बावजूद हमें हार झेलनी पड़ी। केएल राहुल के पास आज तक उस फाइनल की तस्वीर है जिसे देख कर वे हर बार मुझे कहते थे कि आज तक मैं वह दर्द महसूस कर रहा हूं। हां, जरूर वह हार बहुत ही दर्दनाक है। उस मैच के अंत में हमारे टीम के हर खिलाड़ी के चेहरे पर वो दर्द दिखाई दी, जिनका मैं शब्दों में विवरण नहीं कर सकता।”

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