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उनके ऑल टाइम रिकॉर्ड को तोड़ने वाले अश्विन के बारे में कपिल देव ने क्या कहा जानते हैं?

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श्रीलंका के खिलाफ भारत स्वदेश में 2 मैच की टेस्ट श्रृंखला खेल रही है जिसमें पहले मैच में भारत एक बड़ी जीत दर्ज करके इस श्रृंखला में 1- 0 के फर्क से उनसे आगे हैं। पंजाब के मोहाली में खेली गई इस मैच में टॉस जीती भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी चुनी और उन्होंने श्रीलंका के गेंदबाजों का तहस-नहस कर दिया।

स्पष्टतः उनके गेंदबाजों का डटकर सामना करके खेल के पहले दिन ही ऋषभ पंत ने 97 गेंदों में 96 रन बनाए। उनके साथ जोड़ी बनकर खेलना शुरू किए रविंद्र जडेजा ने खेल के अंत तक अपनी विकेट नहीं गंवाई और उन्होंने कुल 175 रन बनाए। दूसरी तरफ इनके साथ मिलकर अश्विन ने 61 रन बनाए। जब भारत ने 8 विकेट गंवाकर 574 रन बनाए तब भारत में डिक्लेयर कर दिया।

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उसके बाद श्रीलंका ने अपनी पहली इनिंग शुरू की। लेकिन भारतीय गेंदबाजों की विश्व स्तर की गेंदबाजी का वे सामना नहीं कर पाए और उसके कारण उन्होंने बहुत ही कम रन में लगातार अपनी विकेट गवाई। स्पष्टतः रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के स्पिन में फस कर उस टीम ने सिर्फ 174 रन के लिए अपने सारे विकेट गंवा दी। उसके बाद भारत ने उन्हें फॉलोऑन करने को कहा ।

उस टीम के लिए निशांका ने ज्यादातर 61 रन बनाकर अपनी विकेट नहीं गवाई। भारत के गेंदबाजों में रविंद्र जडेजा ने 5 विकेट लिए। 400 रन से पीछे होकर इस खेल को हारने से रोकने के लिए श्रीलंका टीम बहुत ही संघर्ष कर रहे थे। लेकिन दूसरी इनिंग्स में भी उन्होंने बहुत ही खराब प्रदर्शन किया और उन्होंने सिर्फ 178 रन ही बनाए और अपने सारे विकेट गंवा दिए। इसके कारण भारत ने श्रीलंका के खिलाफ एक इनिंग और 222 रन के फर्क से मेगा जीत दर्ज की ।

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यह भारत के टेस्ट इतिहास में पांचवीं सबसे बड़ी जीत है। इस मैच में भारत के स्टार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने पहले मैच में 2 विकेट लिए और दूसरे मैच में 4 विकेट लिए। कुल मिलाकर इस मैच में उन्होंने 6 विकेट लिए। इसके जरिए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लिए खिलाड़ियों की सूची में कपिल देव से भी ऊपर होकर रविचंद्रन अश्विन दूसरे स्थान पर हैं। इनके पहले कपिल देव ने 131 मैच में 434 विकेट लेकर कई साल तक यह रिकॉर्ड अपने वश में कर रखा था। अब अश्विन ने 85 मैच में 436 रन लेकर कपिल देव को पीछे छोड़ दिया है।

ऐसी स्थिति में भारत के सबसे श्रेष्ठ तेज गेंदबाज और भूतपूर्व कप्तान कपिल देव ने उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ने के बारे में अपने मन की बात शेयर की है। उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ समय से उन्हें टीम में खेलने के लिए पूरी तरह से मौका नहीं दिया गया है। इसके बावजूद उन्होंने इतनी बड़ी रिकॉर्ड बनाई है। अगर उनके द्वारा खोए गए मौके को पाते, तो वे यह 434 विकेट बहुत पहले ही ले चुके होंगे । कपिल देव ने कहा है कि अश्विन के इस रिकॉर्ड से वे बहुत ही खुश हैं।

साथ ही उन्होंने कहा है कि उनका समय खत्म हो गया है। अब दूसरे स्थान पर उनका रहना कोई महत्व नहीं रखता। पिछले कुछ समय से अश्विन को सिर्फ भारत में खेलने का मौका दिया जा रहा है और विदेशों में खेली जा रही टेस्ट मैच में उन्हें मौका नहीं दिया जा रहा है । कपिल देव ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा है कि अगर विदेशों में भी उनको मौका दिया जाए तो वे यह रिकॉर्ड बहुत जल्दी बना लेते। उनका कहना है कि अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों का उनके रिकॉर्ड को तोड़ने से वे बहुत खुश हैं।

अश्विन बहुत ही समझदार और प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ी हैं। इसके कारण मुझे उन पर पूरा भरोसा है कि वह 500 विकेट को अपना लक्ष्य निर्धारित करके उसकी तरफ बढ़ने की पूरी कोशिश करेंगे और उस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। कहा जाए तो मैं चाहता हूं कि वे उसके भी पार जाए। यह सब कह कर कपिल देव ने अब विश्व की नंबर वन स्पिन गेंदबाज अश्विन की कूट-कूट के प्रशंसा की है।

35 साल के अश्विन अब टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा विकेट लिए टॉप 10 गेंदबाजों की सूची में नौवें स्थान पर हैं। उम्मीद है कि वे और 3 साल क्रिकेट खेलेंगे और इसके जरिए वे जरूर 500 विकेट का लक्ष्य पार करेंगे। क्रिकेट प्रशंसकों की उम्मीद है कि सबसे ज्यादा विकेट लिए अनिल कुंबले(619 विकेट) के रिकॉर्ड को भी वे तोड़ेंगे।

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