भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच 1 मार्च से इंदौर स्टेडियम में खेलना शुरू किया। इस मैच की पहली पारी में भारतीय टीम ने सिर्फ 109 रन बनाए जबकि अगली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने खेलते हुए 197 रन बनाए। दूसरी पारी 88 रनों के घाटे से शुरू करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी दूसरी पारी खेली और जीत के लिए 75 रनों का लक्ष्य रखा जिससे भारतीय टीम 163 रनों से मैच हार गई।
बेहद आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए आस्ट्रेलियाई टीम ने भारतीय टीम की गेंदबाजी को आसानी से पछाड़ दिया और 18.5 ओवर में महज 1 विकेट के नुकसान पर 78 रन बनाकर नौ विकेट से मैच जीत लिया और दो-एक (2-1) से पिछड़ने के बावजूद मैच अपने नाम कर लिया। इस सीरीज से अब उनके पास वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप सीरीज के फाइनल में खेलने का मौका हो गया है।
कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच के बाद भारतीय टीम की हार के बारे में बात करते हुए कहा, “जब हम इस तरह से टेस्ट क्रिकेट मैच हारते हैं, तो हमें यह स्वीकार करना होगा कि कई चीजें हमारे लिए सही नहीं हैं। ऐसे में हमने इस मैच में पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। पहले बल्लेबाजी करते हुए आपको पर्याप्त रन बनाने होंगे। लेकिन हमने पहली पारी में बहुत कम रन बनाए।”
उन्होंने कहा, “जब दूसरी पारी में 90 रन से पिछड़ रहे थे तो उबरकर खेलना चाहिए था लेकिन फिर से हम दूसरी पारी में बल्लेबाजी नहीं कर सके। महज 75 रन के लक्ष्य से विपक्ष को इतनी आसानी से रोकना संभव नहीं है। हम फिलहाल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप सीरीज के फाइनल के बारे में नहीं सोच रहे हैं। केवल यही सोचना बाकी है कि फाइनल मैच में कैसा प्रदर्शन करना है।”
रोहित ने कहा, “चुनौतीपूर्ण पिचों पर खेलते समय इस तरह बल्लेबाजी करने के लिए साहस की जरूरत होती है। तभी गेंदबाज अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखा सकते हैं। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। खासकर नाथन लियोन ने हमें काफी चुनौती दी।” उल्लेखनीय है कि रोहित शर्मा ने कहा कि उन्हें लगता है कि वे इस जीत के हकदार थे।