आजकल भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट क्रिकेट सीरीज खेल रहा है। इस सीरीज का पहला मैच 9 फरवरी से नागपुर स्टेडियम में शुरू हुआ। मैच में टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने ऐलान किया कि उनकी टीम पहले बल्लेबाजी करेगी। इस हिसाब से अपनी पहली पारी खेलने वाली ऑस्ट्रेलिया टीम भारतीय टीम की बेहतरीन गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाई और 177 रनों पर अपने सारे विकेट गंवा दिए।
Fantastic knock by Axar Patel, 84 runs from 174 balls.
He has been remarkable with bat in all formats. #INDvsAUS pic.twitter.com/riFSMYBtpt
— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) February 11, 2023
भारतीय टीम के लिए पहली पारी में जडेजा ने 5 और अश्विन ने 3 विकेट लिए। फिर अपनी पहली पारी खेलते हुए भारतीय टीम ने 400 रनों पर सभी विकेट गंवा दिए। भारतीय टीम की ओर से रोहित शर्मा ने 120 रन और अक्षर पटेल ने 84 रन बनाए। फिर 223 रनों से पिछड़ते हुए अपनी दूसरी पारी खेलने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम फिर से लड़खड़ा गई।
ऐसे में जब इस मैच में तीन स्पिनर थे तो जडेजा की तरह काम करने वाले अक्षर पटेल को क्यों शामिल किया गया? कुलदीप यादव को मौका क्यों नहीं दिया गया? कुछ सवाल उठे। इन सवालों के जवाब में भारतीय टीम के बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने कहा, “हमने इस मैच में तीन स्पिनर्स के साथ खेलने का फैसला किया है इसलिए किसे क्षेत्ररक्षण करना है इस पर विचार करते समय अक्षर पटेल की बल्लेबाजी उनके लिए एक बोनस थी। क्योंकि वह अच्छी बल्लेबाजी कर सकते है।”
Axar Patel#INDvAUS pic.twitter.com/tOkYNRgVpa
— RVCJ Media (@RVCJ_FB) February 11, 2023
उन्होंने आगे कहा, “अगर आप भारत में टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं, तो एक गेंदबाज के रूप में आपका रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए। अक्षर पटेल पहले ही भारतीय सरजमीं पर छह से सात मैचों में 40 से अधिक विकेट ले चुके हैं।” विक्रम राठौर ने कहा कि इसी वजह से उन्हें मौका दिया गया। उल्लेखनीय है कि इस मैच में काफी अच्छी बल्लेबाजी का परिचय देने वाले अक्षर पटेल ने 174 गेंदें खेली और 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 84 रन बनाए।