वनडे विश्व कप के 13वें संस्करण का आयोजन इस बार भारत में किया जा रहा है, जिसके दूसरे मैच में आज पाकिस्तान और नीदरलैंड का आमना-सामना हुआ। करीब 7 सालों के बाद भारत की धरती पर पाकिस्तान का यह पहला मुकाबला है, जो हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेला गया।
बात करें मैच की तो नीदरलैंड की टीम ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। अपने गेंबाजी करने के फैसले को नीदरलैंड के गेंदबाजों ने सही साबित करते हुए पाकिस्तान को पहले 10 ओवरों में ही 38-3 के स्कोर के साथ मुश्किल में ला खड़ा किया।
हालाँकि इस मैच के दौरान अंपायरिंग में हुई कुछ गलतियां सबसे अधिक चर्चा का विषय रहीं। अपने शुरुआती ओवरों में लगातार विकेट गंवाने के बाद इससे उबर रही पाकिस्तान को दो अंपायरिंग गलतियां भी झेलनी पड़ी। जिनमें से एक निर्णय बेहद ही हास्यपद भी रहा।
दरअसल 14वें ओवर में इस मैच के दोनों अंपायरों, एड्रियन होल्डस्टॉक और क्रिस ब्राउन ने केवल पांच गेंदों के बाद ही ओवर समाप्ति की घोषणा कर दी। उन्हें गलती से लगा की सभी छह गेंदें फेंकी जा चुकी हैं और उन्होंने इसके लिए टीवी अंपायर, रॉड टकर की मदद भी नहीं ली।
इसके बाद फिर 22वें ओवर में अंपायरों से एक और गलती हुई, जब नीदरलैंड की टीम का एक अतिरिक्त क्षेत्ररक्षक सर्कल के बाहर खड़ा था और पॉवरप्ले के नियमों का उल्लंघन कर रहा था। अंपायरों को यह गलती नहीं दिखी, हालाँकि, पाकिस्तान के बल्लेबाज शकील और रिज़वान ने यह देख लिया और तुरंत अंपायरों को सूचित किया।
ऐसे में इस बार अंपायरों ने तुरंत अपनी गलती सुधार ली और उस गेंद को नो बॉल करार दिया गया। पाकिस्तान के बल्लेबाज ने उस फ्री हिट गेंद पर एक शानदार छक्का भी लगाया। इस मैच में पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 49 ओवरों में सभी विकेट खोकर 286 रन बनाये।
इसके जवाब में एक अच्छे लक्ष्य का पीछा करने उतरी नीदरलैंड की टीम के सलामी बल्लेबाज विक्रमजीत सिंह ने एक शानदार पारी खेली। उनके बाद नीदरलैंड की ओर से सर्वाधिक 67 रन बास डी लीडे ने बनाये और अपनी टीम को जीत दिलाने की भरपूर कोशिश की। हालाँकि, अंततः पाकिस्तान के गेंदबाजों ने दम दिखाया और यह मैच 81 रन से जीत लिया।