आरसीबी टीम के कप्तान इन्हें ही रहने दीजिए। यही सही होगा – अजीत आगरकर की सोच।

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2022 के आईपीएल श्रृंखला के खिलाड़ियों की मेगा नीलामी फरवरी 12 और 13 तारीख को बेंगलुरु में होने वाली है। इस साल लखनऊ और अहमदाबाद, दो नई टीमों की श्रृंखला में जुड़ने के कारण नीलामी 2 दिन होगी, जिसमें 590 भारतीय और विदेशी खिलाड़ी भाग लेने वाले हैं। इनमें से अपनी टीम के मजबूत निर्माण के लिए सही खिलाड़ियों का चयन करके कई करोड़ रुपए देकर नीलाम करने के लिए 10 टीम पूरी तरह से तैयार है।

इस मेगा नीलामी के पहले, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल और मोहम्मद सिराज, इन तीन स्टार खिलाड़ियों को रिटेन कर लिया है। इसके बावजूद पिछले साल इस टीम के कप्तान रहे उनके स्टार खिलाड़ी विराट कोहली ने इस बार उस पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके कारण सबके मन में यही प्रश्न है कि इस बार बेंगलुरु के कप्तानी कौन करेगा। उस टीम में रिटेन किए गए तीन खिलाड़ियों में सिर्फ विराट कोहली को कप्तानी का अनुभव है। मोहम्मद सिराज और ग्लेन मैक्सवेल को उसका अनुभव नहीं है।

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इसके कारण पता चला है कि आईपीएल के इस सीजन में अपने टीम के कप्तान को वे इस मेगा नीलामी के जरिए ही चुनने वाले हैं। खबरों के मुताबिक कहा जा रहा है कि बेंगलुरु टीम कप्तानी के अनुभव प्राप्त किसी युवा भारतीय खिलाड़ी जैसे श्रेयस अय्यर या ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ियों को मुंह मांगी पैसा देकर अपनी टीम में लाने की पूरी कोशिश करेगी।

ऐसी स्थिति में उस टीम के अगले कप्तान के बारे में भारत के भूतपूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर ने कुछ सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि इतने सालों से टीम की कप्तानी कर रहे विराट कोहली को ही इस बार भी कप्तानी करने के लिए मनाना होगा। अगर विराट कोहली सोचेंगे कि वे इस कप्तानी को बहुत ही श्रेष्ठ तरीके से खुशी के साथ निभा पाएंगे तो उन्हें जरूर यह जिम्मेदारी ले लेनी चाहिए। यही इस समस्या का सबसे आसान हल होगा।

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हर सीजन के अंत में देखा जाए तो बंगलुरु का प्रशासन हमेशा 12,13 या 14 श्रेष्ठ खिलाड़ियों को नीलाम करके टीम को मजबूत बनाने के लिए ज्यादा पैसा खर्च नहीं करता। वे हमेशा अपनी टीम के टॉप 3 खिलाड़ियों को नीलाम करने के लिए सबसे ज्यादा पैसे खर्च कर देते हैं। उसके बाद मध्य श्रेणी के खिलाड़ियों को नीलाम करने के लिए उनके पास पैसे कम पड़ जाते हैं। लेकिन इस साल उन्हें यह गलती दौरानी नहीं चाहिए।

अजीत अगर ने कहा है कि अगर आप सिर्फ कुछ खिलाड़ियों के लिए सबसे ज्यादा पैसे खर्च कर देंगे तो, क्यों ना वे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हो, वे सिर्फ कुछ ही मैच में टीम को जीत दिला सकते हैं। हम कभी इस श्रृंखला में जीत नहीं पा सकते। अजीत आगरकर का कहना है कि लगातार बंगलुरु प्रशासन यही गलती कर रही है। वे हमेशा कुछ स्टार खिलाड़ियों के लिए कई करोड़ रुपए खर्च कर लेते हैं और फिर पैसा कम पड़ जाने के कारण बाकी अच्छे खिलाड़ियों को नीलाम करके टीम को मजबूत बनाने में हार जाते हैं।

अतः इस बार उन्हें देख लेना चाहिए कि वे यह गलती फिर से नहीं करते। अगर इस बार इस गलती से दूर रहना है तो, विराट कोहली को कप्तान बना कर बाकी पैसे से श्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनकर टीम को मजबूत बनाने की पूरी प्रयास करनी चाहिए । बंगलुरु प्रशासन के इसी गलती के कारण ही पिछले 2008 से बेंगलुरु टीम के लिए जी जान से कप्तानी करने के बावजूद और उस टीम के लिए सबसे ज्यादा रन के बनाने के बावजूद विराट कोहली उस टीम को एक बार भी कप नहीं दिला पाए हैं।

प्रशासन की गलती के कारण ही विराट कोहली को कठिन आलोचना का सामना करना पड़ा, जिससे निराश होकर पिछले साल उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन क्रिकेट प्रशंसकों का कहना है कि काम के बोझ के कारण भारतीय टीम के कप्तानी से इस्तीफा दिए विराट कोहली जरूर इस बार बेंगलुरु टीम की कप्तानी को नहीं मानेंगे।

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