चल रहे एशिया कप में भारतीय टीम ने सुपर 4 राउंड में 12 सितम्बर को श्रीलंका के खिलाफ उनकी घरेलू परिस्थितियों में उनका मुकाबला किया। टॉस जीतकर भारतीय टीम ने बल्लेबाजी कर चयन किया लेकिन अपनी क्षमता के अनुरूप वह प्रदर्शन नहीं कर सके।
रोहित और शुभमन की सलामी जोड़ी से एक अच्छी शुरुआत मिलने के बावजूद, भारतीय बल्लेबाज श्रीलंका के खिलाफ 213 रनों पर ढेर हो गए। कप्तान रोहित शर्मा ने लगातार तीसरा अर्धशतक जड़कर टीम को एक अच्छी शुरुआत तो दी, पर मध्यक्रम के बल्लेबाज उम्मीदों पर खड़े नहीं उतरे।
बीच के ओवरों में श्रीलंका के दिमुथ वेललेज और चैरिथ असलांका की स्पिन जोड़ी ने भारतीय बल्लेबाजों पर कहर बरपाया। केएल राहुल और इशान किशन ने भारतीय पारी को संभालने की कोशिश जरूर की, लेकिन वह भी असफल रहे।
ऐसे में भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भारत की बल्लेबाजी पर सवाल उठाते हुए कहा है की उन्हें भारतीय क्रिकेटरों से बेहतर की उम्मीद थी। गंभीर का मानना है कि टीम लगभग 50-60 रन पीछे थी और इस तरह के प्रदर्शन उन्हें आगे चलकर प्रभावित कर सकता है, खासकर अगले महीने होने वाले वनडे विश्व कप के दौरान।
गंभीर ने इस साल की शुरुआत में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के प्रदर्शन का उदाहरण देते हुए कहा, “भारतीय टीम का यह एक पैटर्न बनता जा रहा है। सभी को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह मैच याद होगा जब गेंद थोड़ी ग्रिप कर रही थी और भारतीय टीम एडम ज़म्पा और एश्टन एगर जैसे स्पिनरों के खिलाफ लगभग 260 रनों का पीछा कर रही थी।”
“भारतीय टीम उस छोटे लक्ष्य का पीछा भी नहीं कर पायी थी। जब भी गेंदपिच को थोड़ी पकड़ती है या घूमने लगती है, हमारी टीम संघर्ष करती हुई दिखती है। यहाँ तक हमें यह भी पता नहीं चल पाता की हम मैच को गहराई तक ले जा पाएंगे या नहीं।” हालांकि, भारतीय टीम ने यह मुकाबला जीत लिया और सीए कप फाइनल में अपनी जगह बना ली है।