रोहित शर्मा जो आज के समय में भारत के कप्तान भी हैं, ने अपने बल्लेबाजी से पूरे विश्व में अपना नाम बनाया है। भारतीय टीम के साथ-साथ उन्होंने अपने आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के लिए भी बहुत सारे रन बनाये हैं और भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाया है।
हालाँकि, 2011 एकदिवसीय विश्व कप की ट्रॉफी जीतने वाली टीम में उनका चयन ना होना, हमेशा ही उन्हें कचोटेगा। 2011 में, जब रोहित को भारत की विश्व कप की टीम में नहीं चुना गया था, वह बेहद ही दुखी हुए थे और सोशल मीडिया पर उन्होंने प्रतिक्रिया भी दी थी।
अब बारह साल बाद एक बार फिर भारत की धरती पर विश्व कप का आयोजन किया जा रहा है और इस बार रोहित शर्मा कप्तान के तौर पर इसमें भाग ले रहे हैं। उनके लिए अपनी सरजमीं पर विश्व कप खेलने का यह दूसरा मौका है, जो वह पहली बार में चूक गए थे।
2011 एकदिवसीय विश्व कप के समय भारत के चयनकर्ता रहे राजा वेंकट ने रोहित शर्मा के ना चुने जाने को लेकर एक आश्चर्यजनक खुलासा किया है। उन्होंने बताया की असल में रोहित शुरुआती टीम में चुने गए थे, हालाँकि, बाद में भारतीय कप्तान धोनी की एक खास खिलाड़ी की मांग की वजह से रोहित को बाहर करना पड़ा था।
अपनी यादों को टटोलते हुए राजा वेंकट ने कहा, “हम सभी जब टीम का चयन कर रहे थे, तब नंबर 1-14 तक प्रत्येक खिलाड़ी के नाम को लेकर सभी की स्वीकृति मिल गयी थी। उसके बाद हमें नंबर 15 खिलाड़ी के लिए रोहित शर्मा का नाम सुझाया था। यहाँ तक की उस समय भारत के कोच रहे गैरी कर्स्टन को भी रोहित का नाम उचित लगा था।”
“लेकिन भारतीय कप्तान धोनी अपनी टीम में पीयूष चावला को चाहते थे। जिसपर गैरी कर्स्टन ने भी पलटते हुए स्वीकृति दे दी और कहा की चावला बेहतर विकल्प हैं। और इसी वजह से रोहित शर्मा को बाहर होना पड़ा था।”