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भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली ने अपनी आर्थिक हालात को लेकर दिया बयान, कहा “पूरी तरह से बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर हूँ”

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भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली ने खुलासा किया है कि, बीसीसीआई से पेंशन, उनकी आय का एकमात्र स्रोत है। कांबली ने एमसीए (मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन) के अध्यक्ष और एमसीए सचिव से कोचिंग की नौकरी मांगी।

कांबली ने मिड-डे से कहा, ‘मैं एक रिटायर्ड क्रिकेटर हूं, जो पूरी तरह से बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर है। इस समय मेरा एकमात्र भुगतान [आय का स्रोत] बोर्ड से है, जिसके लिए मैं वास्तव में आभारी हूं।”

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“मुझे असाइनमेंट चाहिए, जहां मैं युवाओं के साथ काम कर सकूं। मुझे पता है कि मुंबई ने अमोल मजूमदार को अपना मुख्य कोच बनाए रखा है, लेकिन अगर कहीं मेरी जरूरत है तो मैं वहां हूं। हम एक साथ खेले हैं और हम एक बेहतरीन टीम थे। यही मैं चाहता हूं कि वे [मुंबई की मौजूदा टीम] ऐसा करें… एक टीम के रूप में खेलें।”

“रिटायरमेंट के बाद, आपके लिए कोई क्रिकेट नहीं है। लेकिन अगर आप जीवन में स्थिर रहना चाहते हैं, तो असाइनमेंट्स होना जरूरी है। मैं एमसीए से इसकी तलाश कर रहा हूं। मैं केवल एमसीए अध्यक्ष [डॉ विजय पाटिल] या सचिव [संजय नाइक] से एक असाइनमेंट के लिए अनुरोध कर सकता हूं।”

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सचिन हमेशा मेरे साथ रहे हैं- विनोद कांबली

कांबली तेंदुलकर मिडलसेक्स ग्लोबल एकेडमी में युवा क्रिकेटरों को मेंटर करते थे। सचिन के बारे में बात करते हुए कांबली ने कहा: “वह [सचिन] सब कुछ जानते हैं, लेकिन मैं उनसे कुछ भी उम्मीद नहीं कर रहा हूं। उन्होंने मुझे टीएमजीए [तेंदुलकर मिडलसेक्स ग्लोबल एकेडमी] असाइनमेंट दिया। मैं बहुत खुश था। वह बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं। वह हमेशा मेरे लिए रहे हैं”

विनोद कांबली ने 17 टेस्ट मैच और 104 वनडे खेले। टेस्ट में कांबली ने 54.2 की औसत से 1084 रन बनाए। उनके नाम सबसे लंबे प्रारूप में 4 शतक और 2 दोहरे शतक हैं। वनडे में कांबली ने 32.59 की औसत से 2477 रन बनाए। उन्होंने 2011 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की।

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