मुंबई के रहने वाले पृथ्वी शॉ जिनके करियर की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में हुई थी, अब आये दिन किसी न किसी संकट से घिरे हुए पाए जाते हैं। आईपीएल में दिल्ली की टीम की तरफ से खेलने वाले शॉ को एक समय में नए जामने के वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर के रूप में देखा जा रहा था, आज वह भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने में भी नाकाम साबित हो रहे हैं।
जब पृथ्वी शॉ ने अपने अन्तर्रष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी तब रवि शास्त्री ने उन्हें सचिन, लारा और सहवाग के मिश्रण के रूप में सम्बोधित किया था। हालाँकि, उनका दुर्भाग्य फिर से उनपर हावी पड़ा और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पर बेहद ही साधारण सा प्रदर्शन किया। वह अकसर थोड़ी सी भी स्विंग होती गेंद के खिलाफ बोल्ड होते नजर आये। इस वजह से उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
इससे पूर्व उनपर डोपिंग का आरोप भी लगा था जिसकी वजह से उनपर छह महीने का प्रतिबंध लगा था। हालाँकि, उन्होंने इस पर अपनी सफाई देते हुए बताया था की उन्होंने तबीयत ख़राब होने पर खांसी की दवा ली थी, जिसमें कुछ ऐसे केमिकल्स शामिल थे जिसे लेना क्रिकेट के कानून में मना है। इस घटनाक्रम के बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में वापसी की और तिहरा शतक लगाया था, जिसके फलस्वरूप उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया था लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख़राब प्रदर्शन की वजह से वह टीम से जल्द ही बाहर हो गए।
अब जब कई महीनों बाद जब उन्होंने इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट में अपनी लय पकड़ी ही थी की फिर से दुर्भाग्य ने उनका पीछा पकड़ लिया है। काउंटी क्रिकेट में उन्होंने लगातार दो मैचों में शतक लगाए। जहाँ एक मैच में उन्होंने मात्र 153 गेंदों में 244 रन बनाकर सभी को चौंका दिया था। वहीँ दूसरे मैच में भी उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 126* रन बनाए और नाबाद रहे। अब जब वह फॉर्म में लौट ही रहें थे की उन्हें क्षेत्ररक्षण के दौरान घुटने में चोट लगी और अब वह काउंटी श्रृंखला से बाहर हो गए हैं। ऐसे में फैंस ने भी उन्हें लेकर अफ़सोस जताया है।