भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तानी से कुछ दिन पहले विराट कोहली ने इस्तीफा दे दिया था। साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई 3 खेलों की टेस्ट श्रृंखला में 2-1 से भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी।
इस हार के बाद विराट कोहली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके पहले उन्होंने टी20 की कप्तानी छोड़ दी और उन्हें एकदिवसीय कप्तानी से बीसीसीआई ने बाहर निकाल दिया ।भविष्य में खेल खेल के तीनों प्रारूपों में विराट कोहली सिर्फ एक साधारण खिलाड़ी बनकर टीम में खेलेंगे ।
ऐसी स्थिति में रोहित शर्मा को भारतीय क्रिकेट टीम की ट्वेंटी-20 और एकदिवसीय टीम का कप्तान घोषित किया गया है । बहुत जल्द ही टेस्ट कप्तान की भी घोषणा होने वाली है।
इस विषय को लेकर कईं चर्चाएं हो रही हैं। ऐसी स्थिति में भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भूमरा ने कहा है कि अगर उन्हें टेस्ट कप्तानी सौंपी जाएगी तो वे उसे बहुत गर्व की बात मानेंगे और वे बड़ी सफलता से अपनी टीम का नेतृत्व करेंगे।
भारतीय टीम के एक और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी कहा है कि अगर उन्हें कप्तानी सौंपी जाएगी तो वे उस कप्तानी को अच्छी तरह से निभा कर टीम को हमेशा जीत की ओर ले जाने की पूरी प्रयास करेंगे ।ऐसी स्थिति में भारत के भूतपूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि भारतीय टीम के कप्तान कभी भी एक तेज गेंदबाज नहीं हो सकते ।
एक साक्षात्कार में इस संबंध में उन्होंने कहा है कि एक तेज गेंदबाज का भारतीय टीम का कप्तान होना नामुमकिन है क्योंकि सिर्फ एक तेज गेंदबाज होना कप्तानी के लिए काफी नहीं होती ।
भारतीय टीम की कप्तानी करने के लिए उस तेज गेंदबाज को एक ऑलराउंडर होना बहुत ही आवश्यक होगी। क्योंकि तेज गेंदबाज हमेशा ही बड़े आक्रमक होते हैं। वे हमेशा खेल में विकेट लेने के बारे में और सिर्फ जीत के बारे में ही सोचते हैं।
उसके अलावा क्या वे अपना संतुलन बनाए रखकर , टीम को जीत की तरफ ले पाएंगे, इसका जवाब देना बहुत ही कठिन है।
कपिल देव ,इमरान खान जैसे गेंदबाजो ने बड़ी सफलता पूर्वक अपनी टीम का नेतृत्व किया है। इसके कारण ना सिर्फ तेज गेंदबाज होना बल्कि तेज गेंदबाज ऑलराउंडर होने से कप्तान बनने का मौका ज्यादा है।
एक फुल टाइम तेज गेंदबाज का कप्तान बनना बहुत ही दुर्लभ विषय है। लेकिन यह उल्लेखनीय है कि अब ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट टीम के कप्तान तेज गेंदबाज पैट कमिंस है।