2022 की आईपीएल श्रृंखला आज शाम को पूरे धूमधाम से मुंबई के वानखेड़े मैदान में शुरू होने वाली है और यह श्रृंखला मई 29 तारीख तक 65 दिन क्रिकेट प्रशंसकों को खुश करने आ रही है। इस साल की पहली मैच में वर्तमान चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स एक दूसरे के खिलाफ खेलने वाले हैं।

सभी क्रिकेट प्रशंसक इस पहली मैच के लिए बहुत ही उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं और ऐसी स्थिति में सिर्फ 1 दिन पहले चेन्नई टीम के कप्तान धोनी ने घोषित किया है कि वे अपनी कप्तानी से इस्तीफा दे रहे हैं और उनके इस निर्णय के कारण सभी बहुत चौक गए हैं ।

पिछले 2008 में जब आईपीएल की श्रृंखला पहली बार आयोजित की गई थी तब से लेकर अब तक वे लगातार चेन्नई टीम की कप्तानी कर रहे हैं और उनकी कप्तानी के जरिए उन्होंने अब तक चेन्नई को 4 बार आईपीएल की कप दिलाई है । उनके अद्भुत नेतृत्व की वजह से श्रृंखला की दूसरी सबसे सफल टीम रही है चेन्नई सुपर किंग।

साथ ही उनके नेतृत्व में चेन्नई टीम ने अब तक कुल 12 सीजन खेले हैं और 11 बार प्ले ऑफ राउंड के लिए क्वालीफाई हुई चेन्नई टीम ने 9 बार फाइनल मैच में खेल कर आईपीएल के इतिहास में एक बहुत ही सफल टीम का नाम कमाया है ।

ऐसे खिलाड़ी ने अब 40 साल की आयु की वजह से इस टीम के भविष्य को ध्यान में रखकर अपनी कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है और उनकी जगह रविंद्र जडेजा को सौंप दिया है। इस साल वे रविंद्र जडेजा के नेतृत्व में चेन्नई टीम में एक साधारण खिलाड़ी बनकर खेलने वाले हैं ।

अतः एम एस धोनी, सुरेश रैना के बाद रविंद्र जडेजा चेन्नई के तीसरे कप्तान के रूप में खेलने वाले हैं और इसके लिए कई लोग उनको शुभकामनाएं दे रहे हैं। आज इतनी प्रसिद्ध और सबकी पसंदीदा टीम के कप्तान होने तक का रविंद्र जडेजा का सफर इतना आसान नहीं रहा है और उनके इस अविश्वसनीय विकास के पहले कई लोगों को पता नहीं होगा कि जडेजा को आईपीएल श्रृंखला में खेलने से बैन किया गया था ।

अतः हम इस लेख में आईपीएल की शुरुआत में जडेजा को दी गई बैन से लेकर अब एक सबसे सफल टीम के कप्तान होने तक की सफर को देखेंगे। पिछले 2008 में मलेशिया में खेली गई अंडर-19 विश्व कप में विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने कप जीतकर इतिहास रचा।

उस टीम में एक ऑलराउंडर के रूप में अद्भुत प्रदर्शन किए रविंद्र जडेजा को $30000 के लिए राजस्थान रॉयल्स टीम ने समझौता किया। तब उस टीम की कप्तानी कर रहे ऑस्ट्रेलिया के जांभवन शेन वार्न ने इनकी प्रतिभा को पहचाना और सीधे प्लेइंग इलेवन में इन्हें मौका दे दिया ।

उनको दिए गए उस मौके का सही इस्तेमाल करके जडेजा ने अच्छी प्रदर्शन की और उस साल आईपीएल का खिताब उस टीम को दिलाने के लिए पूरे जी-जान से प्रयास किया। तबसे शेन वार्न उन्हें रॉकस्टार ही बुलाते थे । उसके बाद पिछले 2009 में उन्होंने राजस्थान टीम के लिए खेला और पिछले 2010 की श्रृंखला के पहले वे और किसी टीम में खेलने के लिए गलत तरीके अपनाकर ज्यादा पैसे के लिए दूसरी टीम के साथ जुड़ने की कोशिश की ।

उनके इस गलती के साबित होने के कारण तब आईपीएल के कमिश्नर रहे ललित मोदी ने 2010 की आईपीएल श्रृंखला से रविंद्र जडेजा को बैन किया था । सिर्फ यह एक घटना ही उनके पूरे करियर में अब तक हुई सबसे बुरी घटना है ।

उसके बाद उन्होंने अपनी गलती सुधार ली और 2011 में आयोजित की गई आईपीएल की मेगा नीलामी में तब इस श्रृंखला में आई नई टीम कोच्चि टस्कर्स केरला ने उनसे समझौता किया ।

लेकिन अगले साल उस टीम को विघटित कर दिया गया था जिसकी वजह से आयोजित की गई मिनी नीलामी में 9.2 करोड़ के लिए चेन्नई सुपर किंग्स टीम ने रविंद्र जडेजा से समझौता किया। तब से लेकर अब तक वे लगातार सिर्फ चेन्नई टीम के लिए खेल रहे हैं ।

स्पष्टतः जब उन्हें 9.2 करोड के लिए खरीदा गया था तब 2012 के नीलामी में सबसे ज्यादा रकम के लिए नीलाम किए गए खिलाड़ी बने थे रविंद्र जडेजा । इसके बाद उन्हें कई मौके मिले खेलने के लिए लेकिन उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन नहीं किया। इसके बावजूद उन पर पूरा भरोसा रख कर चेन्नई टीम और एमएस धोनी ने लगातार उन्हें मौका दिया ।

स्पष्टतः भारतीय टीम में जडेजा के खराब प्रदर्शन के कारण कई लोगों ने धोनी के इस निर्णय को गलत कहा लेकिन धोनी ने किसी की भी नहीं मानी और वे रविंद्र जडेजा को मौका देने में डटे रहे । बीच में जब चेन्नई टीम को बैन किया गया था तब सुरेश रैना के नेतृत्व में गुजरात लायंस टीम में खेले इन्होंने फिर से दो हजार अट्ठारह से धोनी की सहयोग से चेन्नई टीम के लिए खेल रहे हैं ।

हम यह जरूर कह सकते हैं कि धोनी द्वारा उन पर किए भरोसे और उनको दिए गए मौके का फल 2019 में ही मिली क्योंकि पिछले 2019 में खेली गई आईसीसी की विश्वकप में सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई मैच में भारत हार के बहुत करीब थी और उस समय इसी जडेजा ने धोनी के साथ मिलकर टीम को उस बुरी परिस्थिति से बाहर लाने के लिए पूरा प्रयास किया।

लेकिन वे असफल रहे। लेकिन इसके बावजूद इस मैच के बाद उनका विकास अविश्वसनीय रहा है । तब से वे भारतीय टीम के क्रिकेट के तीनों प्रारूपों के एक भरोसेमंद खिलाड़ी बन गए हैं और आज वे एक धमाकेदार बल्लेबाज और सर्वश्रेष्ठ स्पिनर और फील्डर होकर भारत के स्टार ऑलराउंडर बन कर खड़े हैं।

साथ ही 2019 के बाद आयु की वजह से धोनी ने अपने फॉर्म को खो दिया है और वे आईपीएल में रन नहीं बना पा रहे हैं। चेन्नई टीम के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जा रहे धोनी जब वह नहीं कर पाए तब उनके बदले आकर जडेजा ने चेन्नई टीम के लिए एक अच्छे फर्नीचर का काम किया और अब वे चेन्नई के भरोसेमंद फिनिशर बन गए हैं।

उसकी वजह से ही इस साल धोनी के सलाह पर चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रशासन ने जडेजा को 16 करोड के लिए रिटेन किया है और धोनी को सिर्फ 12 करोड के लिए ही रिटेन किया गया है । इतनी ज्यादा तनख्वाह के लिए समझौता किए गए जडेजा पहली बार एक टीम की कप्तानी करने वाले हैं और कप्तानी में उनका सफर अभी शुरू हो रहा है।