कुमार कार्तिकेय 12 मई को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में चिर प्रतिद्वंद्वी चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ आईपीएल 2022 के मुकाबले के दौरान मुंबई इंडियंस के प्रमुख गेंदबाजों में से एक थे। 2/22 के उनके आंकड़े ने गत चैंपियन को 97 पर सीमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जहां कार्तिकेय इस सीजन में उभरते हुए सितारों में से एक बन गए हैं, वहीं मैच के बाद उन्हें अपना बेशकीमती तोहफा सभी को दिखाने का एक सुनहरा मौका भी मिला।
उनका क़ीमती उपहार कुछ और नहीं बल्कि महान एमएस धोनी के द्वारा हस्ताक्षरित मैच बॉल थी। दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान को ज्यादातर आईपीएल के मैच के बाद युवाओं के साथ एक विशेष बातचीत करते देखा जाता रहा है और इस बार, कुमार की बारी थी क्रिकेट जगत के सबसे तेज क्रिकेट दिमाग वाले धोनी से कुछ मूल्यवान सलाह लेने की। यह मौका बाएं हाथ के स्पिनर के लिए एक यादगार पल रहा।
कुमार कार्तिकेय को एमएस धोनी से मिला तोहफा
मुंबई इंडियंस द्वारा अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, एमआई खिलाड़ियों को मैच के बाद ड्रेसिंग रूम में वापस जाते देखा जा सकता है और तभी कुमार कार्तिकेय को हाथ में गेंद लेकर देखा जाता है। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह महेंद्र सिंह धोनी की साइन की हुई मैच बॉल है।
Imagine getting a signed MS Dhoni match ball 🤩#TATAIPL – Truly a tournament where talent meets opportunity! 🙌💙#OneFamily #DilKholKe #MumbaiIndians #CSKvMI @Kartike54075753 MI TV pic.twitter.com/umMV9xucDJ
— Mumbai Indians (@mipaltan) May 13, 2022
इस बीच, टॉस हारने के बाद चेन्नई को मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा द्वारा पहले बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए, एमएस धोनी चेन्नई के लिए एकमात्र योद्धा साबित हुए, क्योंकि उनकी टीम के सभी बल्लेबाजों द्वारा एक अजीब तरह की बल्लेबाजी देखने को मिली। चेन्नई के लिए सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट फॉर्म में चल रहे डेवोन कॉनवे का पहले ही ओवर में विकेट था।
डेनियल सैम्स ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट किया था, हालाँकि, गेंद उनके बाएं पैर पर लगी थी और उनके लेग स्टंप को छोड़ कर जा रही थी। दुर्भाग्य से उनके लिए, मैच स्थल पर बिजली की विफलता के कारण उस वक़्त डीआरएस उपलब्ध नहीं था और इसलिए डेवोन कॉनवे को गोल्डन डक के साथ वापस जाना पड़ा।
धोनी ने 33 गेंदों में 36* रनों की शानदार नाबाद पारी खेली, हालाँकि, चार ओवर बाकी रहते हुए ही, एक रन चुराने के चक्कर में उन्होंने अपने साथी को खो दिया। भले ही मुंबई ने शुरुआत में संघर्ष किया, लेकिन अंततः उन्होंने पांच विकेट से मैच जीत लिया, और इस प्रक्रिया में येलो आर्मी के खिताब की रक्षा समाप्त हो गई।