क्या आप सब जानते हैं कि इस बायो बबल के आने के बाद हम सब कितना कष्ट झेल रहे हैं ? केएल राहुल दुखी।

KL Rahul
- Advertisement -

विश्व भर फैली हुई इस कोरोनावायरस की वजह से पिछले 2 साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेली जा रही मैच और विश्वभर खेली जा रही सभी प्रकार के लीग मैच बायो बाबुल के अंदर ही खेली जा रही है । 2 साल के पहले तक खेली गई सभी क्रिकेट मैच में मैदान क्रिकेट प्रशंसकों से भरा हुआ होता था और वह पूरा माहौल ही एक जश्न के माहौल की तरह होता था।

लेकिन पिछले 2 सालों से इस कोरोना की वजह से सभी क्रिकेट मैच बिना क्रिकेट प्रशंसक के या कम लोगों के प्रस्तुति में बहुत ही ज्यादा सुरक्षा के बीच खेली जा रही है । साथ ही क्रिकेट श्रृंखला में भाग ले रहे खिलाड़ी को अपनी टीम के अलावा किसी और सार्वजनिक स्थल या कहीं और जाने के लिए अनुमति नहीं दी जा रही है और एक सर्कल के अंदर ही मेडिकल असिस्टेंट के साथ रहकर वे हर मैच खेल रहे हैं।

- Advertisement -

इस तरह हमेशा बायो बबल में रहकर खेल रहे खिलाड़ी मानसिक रूप से बहुत ही प्रभावित हो रहे हैं जिसके कारण कुछ खिलाड़ी समय-समय पर कुछ श्रृंखलाओं से बाहर आकर आराम करके फिर से टीम के साथ जुड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में भारत के प्रमुख धमाकेदार बल्लेबाज केएल राहुल ने इस बायो बबल में रहते हुए उनके द्वारा झेली गई कष्टों के बारे में खुलकर अपने मन की बात कही है।

आने वाली 26 तारीख को शुरू होने वाली आईपीएल की 15वीं सीजन में लखनऊ टीम की कप्तानी कर रहे केएल राहुल ने बायो बाबुल में उनके द्वारा सामना किए गए कष्टों के बारे में बताते हुए कहा है कि यह आईपीएल श्रृंखला भी बायो बबल में ही खेली जाने वाली है। लगातार बायो बबल में रहने की वजह से खिलाड़ियों को शारीरिक रूप से और मानसिक रूप से कई कष्टों और बदलाव का सामना करना पड़ रहा है जो बहुत ही कष्ट दायक है। इस सिस्टम की शुरूआत में सब कुछ ठीक-ठाक ही था ।लेकिन अंत में खेले गए दो श्रृंखलाओं के वजह से मुझे बहुत कष्ट का सामना करना पड़ा।

- Advertisement -

मैं बहुत ही असुविधाजनक हो गया। मुझे अपने आपको हमेशा प्रेरित रखना था जो बहुत ही कठिन था । जब कभी मैं बायो बबल में रहता था तब मैंने अपने आप को उत्तेजित किया। मैं हमेशा अपने आप से कहता था कि मुझे क्रिकेट के अलावा और कुछ नहीं आता। अतः इस परिस्थिति में रहकर जीना सीख लेना होगा।

स्पष्टतः इस तरह लगातार बायो बबूल में रहकर खेलते समय हम हमारे परिवार को बहुत ही मिस करते हैं । वैसे ही हम हमारे दोस्तों और रिश्तेदारों को भी बहुत मिस करते हैं । जब कभी मैंने मेरे साथ खेल रहे खिलाड़ियों से इसके बारे में बात की तब उन्होंने भी यही समस्या बताएं।

हम क्यों ना कितने भी दूर हो हमें मानसिक रूप से संतुलित रहने के लिए हमेशा हमारे रिश्तेदार परिवार और दोस्तों के साथ संपर्क में रहना बहुत ही आवश्यक है। लेकिन इस बायो बबल में रहते हुए हम उसके सिवाय हमेशा सोना, उठना, अभ्यास करना ,बस इसी में अपना सारा समय बिताते हैं ।इसकी वजह से मुझे लगता है कि हमने हमारे साधारण जीवन को खो दिया है ।

जैसे कि उन्होंने कहा है क्रिकेट खिलाड़ी लगातार कोरोनावायरस से बचने के लिए बायो बबल में रहते हैं। इसकी वजह से वे अपने साधारण जीवन को खोकर बिना किसी मनोरंजन के बहुत ही कठिन परिस्थिति में जी रहे हैं। उम्मीद है कि बहुत जल्द ही सारी दुनिया इस कठिन परिस्थिति से सफलतापूर्वक बाहर आएगी और सब कुछ पहले जैसा सुखी हो जाएगा।

- Advertisement -