भारतीय टीम ने धोनी के नेतृत्व में 2011 में भारत में आयोजित 50 ओवर के विश्व कप में जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने कोई आईसीसी सीरीज नहीं जीती। भारतीय टीम हाल ही में हुए दूसरे टी20 वर्ल्ड कप में भी नहीं कुछ कर पाई थी। भारतीय टीम लगातार आईसीसी कप से चूकती रही है, जिससे प्रशंसकों में मायूसी छाई हुई है।
2023 wish list • @ImRo45
•10+ centuries
•IPL trophy with 400+ runs
•WTC final win
•Asia cup trophy with 300+ runs
•WC trophy with 500+ runs
-Best of luck Rohit Sharma 💙 pic.twitter.com/zQXDttq3aD— Immy|| 🇮🇳 (@TotallyImro45) December 31, 2022
ऐसे में आगामी 2023 में 50 ओवर के विश्व कप का आयोजन भारत में होगा। भारतीय टीम इस सीरीज को किसी तरह जीतने की तैयारी में है। इसी तरह इस वर्ल्ड कप के साथ ही कुछ सीनियर खिलाड़ियों का करियर भी खत्म हो जाएगा, ऐसे में इस वर्ल्ड कप से सभी की उम्मीदें ज्यादा हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा है कि अगर भारतीय टीम 2023 में होने वाले 50 ओवरों के विश्व कप को जीतना चाहती है तो विराट कोहली और रोहित शर्मा को आगामी एकदिवसीय श्रृंखला में अथक खेलना चाहिए।
The Legend & his legacy 👏🇮🇳
12 Years & continue being the top Indian Batter according to the ICC ranking!
Meanwhile, for the first time in 12 years, slipped out of the Top 10 in the rankings!
May a bright 2023 ahead, King 👑 #ViratKohli #KingKohli #NewYear #CricketTwitter pic.twitter.com/m8Z6sBtqtB
— RCBIANS OFFICIAL (@RcbianOfficial) December 31, 2022
उन्होंने कहा, “विराट कोहली या रोहित शर्मा, अगर वे 50 ओवरों का विश्व कप जीतना चाहते हैं, तो उन्हें आने वाली एकदिवसीय श्रृंखला में लगातार खेलना होगा। तभी कोई स्थिर टीम विश्व कप में खेलने के योग्य होगी। और मुझे नहीं लगता कि अगले एक साल तक भारतीय टीम में कोई बड़ा बदलाव होना चाहिए।”
Gautam Gambhir speaks..#gautamgambhir #RohitSharma #Cricket pic.twitter.com/ZYdtDA8tB0
— RVCJ Sports (@RVCJ_Sports) December 30, 2022
पिछले 2 साल में भारतीय टीम में हुए कई बदलावों की वजह से भारतीय टीम एक के बाद एक कई ट्रॉफी जीतने से चूक गई है इसलिए गंभीर ने कहा कि आगामी सीरीज में मुख्य टीम के खिलाड़ियों को शामिल कर और लगातार खेलकर टीम को मजबूत और तैयार किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि 2023 का 50 ओवर का विश्व कप पहले ही लगातार आईसीसी की ट्रॉफी गंवाने वाली भारतीय टीम के लिए खिताब जीतने का बड़ा मौका बन गया है।