भारतीय क्रिकेट के टी-20 कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद विराट कोहली को एक दिवसीय कप्तानी से बीसीसीआई ने निकाल दिया। उनके साथ हुए इस बर्ताव के कारण दुखी होकर विराट कोहली ने काफी सफल होने के बावजूद टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया। पिछले 2 सालों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वे 1 शतक भी नहीं बना पाए। इसके कारण उन्होंने खुद कहा है कि अपनी बल्लेबाजी में ध्यान देने के लिए ही उन्होंने अपनी कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। भारतीय टीम का नेतृत्व करके वे एक विश्वकप भी नहीं जीत पाए। लेकिन खेल के तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम को कईं ऐतिहासिक जीत दिलाई है विराट कोहली ने।
अगर विश्वकप को एक ओर रखके देखा जाए, तो क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सभी कप्तानों की तुलना में विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने ज्यादा एवरेज से जीत दर्ज की है। 1990 के अंत में जब भारतीय टीम गैंबलिंग में फस कर संघर्ष कर रही थी, तब भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बने सौरव गांगुली ने कई धमाकेदार बदलाव लाए और टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका देकर भारतीय टीम को एक विश्व स्तर का टीम बनाया। गांगुली ने 1 विश्वकप भी नहीं जीती। लेकिन उनके काम करने के तरीके से क्रिकेट प्रशंसक इतने खुश थे कि वे चाहते थे कि अगले आने वाले सभी कप्तान सौरव गांगुली जैसे हो।
उस समय जब किसी ने उम्मीद नहीं किया था ,तब भारत को उसके सर्वश्रेष्ठ कप्तान मिले एम एस धोनी। जो जीत गांगुली भारत को नहीं दिला सके, उस जीत को गांगुली द्वारा निर्माणित किए गए टीम के जरिए एमएस धोनी ने भारत को दिलाई ।क्रिकेट के दोनों प्रारूपों में विश्वकप जीतकर धोनी ने भारत के स्तर को बहुत ही ऊंचा कर दिया ।पिछले 2000 से भारतीय क्रिकेट के पद प्रदर्शन कर रहे सौरव गांगुली, एमएस धोनी के बाद सबसे ज्यादा समय भारतीय टीम के कप्तानी कर के विराट कोहली ने ही भारतीय टीम को उन्हीं के पथ पर ले जाकर बढ़िया काम किया हैं ।
ऑस्ट्रेलिया के भूतपूर्व स्टार खिलाड़ी इयोन चैपल यह कहते हुए विराट कोहली की भरी-भरी प्रशंसा कर रहें है। विराट कोहली की कप्तानी के बारे में ईएसपीएनक्रिकइंफो वेबसाइट में उन्होंने कहा है कि हमें बिल्कुल थोड़ा भी विराट कोहली के कप्तानी के बारे में संदेह नहीं होना चाहिए ।उनकी कप्तानी सर्वश्रेष्ठ स्तर पर थी ।उन्होंने कभी भी अपनी दिलचस्पी पर काबू नहीं किया है ।उन्होंने भारतीय टीम का सर्वश्रेष्ठ तरीके से मार्गदर्शन किया है। अजिंक्य रहाणे जैसे उपकप्तान की सहायता के साथ उन्होंने विदेशों में इतने बड़े जीत प्राप्त किए हैं जो कोई और भारतीय कप्तान हासिल नहीं कर सके। विराट कोहली ने सौरव गांगुली और एम एस धोनी द्वारा दिखाए गए पथ पर भारतीय टीम को बहुत ही अच्छी तरह से नेतृत्व किया है।
साउथ अफ्रीका में खेली गई टेस्ट श्रृंखला में पहले खेल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत ने बड़ी जीत दर्ज की ।इसके बावजूद भारत में उस टेस्ट में हार झेली। शायद इस हार ने उन पर बुरा असर डाला होगा। लेकिन चोट के कारण उन्हें उस श्रृंखला के बीच में ही बाहर होना पड़ा। टेस्ट क्रिकेट में सौरव गांगुली और धोनी से भी ज्यादा रिकॉर्ड बनाए विराट कोहली के बारे में बोलते हुए चैपल ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली की सबसे बड़ी साधना यही होगी कि उन्होंने हर खिलाड़ी के मन में इस गुण को बोया है कि भारतीय टीम को हमेशा अजय होना है।
उनका एकमात्र लक्ष्य था कि भारत टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा जीत पाए। विराट कोहली ने कई रिकॉर्ड बनाए होंगे लेकिन उनके करियर की सबसे बड़ी रिकॉर्ड होगी ऋषभ पंत को एक अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में बढ़ावा देना ।टेस्ट क्रिकेट में उनके द्वारा लिए गए कुछ निर्णय शायद गलत थे।लेकिन ऋषभ पंत को सहयोग देने का उनका निर्णय एकदम सही था। भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत के विकास में कोहली के भूमिका की बड़ी प्रशंसा की है चैपल ने ।
उन्होंने यह भी कहा है कि विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम को भारत में हराना हर किसी टीम के लिए नामुमकिन सा हो गया है ।उन्होंने कहा है कि विराट कोहली के समय में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट एक सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है लेकिन एक बहुत ही बुरे कप्तान है। इसी से ही पता चलता है कि एक विश्वकप को भी ना जीतने के बावजूद भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में एक हैं विराट कोहली।